UK Cabinet Reshuffle: ब्रिटेन कैबिनेट में बड़ा बदलाव, पूर्व प्रधानमंत्री की वापसी, गृह मंत्री ब्रेवरमैन बर्खास्त
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 13, 2023 04:50 PM2023-11-13T16:50:29+5:302023-11-13T18:28:19+5:30
UK Cabinet Reshuffle: अखबार ‘द टाइम्स’ में छपे एक लेख में ब्रेवरमैन ने मेट्रोपॉलिटन पुलिस पर इजराइल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद लंदन में होने वाले प्रदर्शनों से सख्ती से नहीं निपटने का आरोप लगाया था।
UK Cabinet Reshuffle: ब्रिटेन कैबिनेट में बड़ा बदलाव हुआ है। सबसे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को भारतीय मूल की अपनी गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को विदेश सचिव नियुक्त किया।
कैमरन ने आश्चर्यजनक रूप से राजनीति में वापसी की। कैमरन जो ब्रेक्सिट जनमत संग्रह हारने के बाद पद छोड़ने से पहले 2010 से 2016 तक ब्रिटेन के पीएम थे। एक अत्यंत असामान्य कदम के तहत ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को सोमवार को देश का विदेश मंत्री नियुक्त किया गया। किसी पूर्व प्रधानमंत्री और गैर-सांसद को वरिष्ठ सरकारी पद पर नियुक्त किया जाना दुर्लभ है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को एक अभूतपूर्व कदम के तहत देश के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को नया विदेश मंत्री नियुक्त किए जाने का ऐलान किया और साथ ही भारतीय मूल की अपनी गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया। उनकी जगह जेम्स क्लेवरली को गृह मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रधानमंत्री कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट के अनुसार, सुनक ने आज सुबह मंत्रिमंडल में फेरबदल शुरू किया। ब्रेरवमैन को बर्खास्त करने का कदम मेट्रोपॉलिटन पुलिस को निशाना बनाने वाला एक विवादास्पद लेख प्रधानमंत्री की सहमति के बिना एक अखबार में प्रकाशित होने के कुछ दिन बाद उठाया गया है।
अखबार में विवादास्पद लेख के प्रकाशन के बाद से ही ब्रेवरमैन के भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। ब्रेवरमैन की जगह 54 वर्षीय विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली को गृह मंत्री बनाया गया है। क्लेवरली को उस दिन विदेश मंत्री के पद से हटना पड़ा है जिस दिन उनकी बातचीत पांच दिन की ब्रिटेन यात्रा पर पहुंचे भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ होनी थी।
यह देखना शेष है कि संबंधित द्विपक्षीय बैठकें अब किस तरह की होंगी क्योंकि क्लेवरली की जगह पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अब नए विदेश मंत्री हैं। कैमरन ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ के सदस्य नहीं हैं और उन्हें संसदीय प्रोटोकॉल के अनुसार ‘हाउस ऑफ लॉर्ड्स’ का सदस्य बनना पड़ेगा। वह 2010 से 2016 तक प्रधानमंत्री और 2005 से 2016 तक कंजर्वेटिव पार्टी के नेता रह चुके हैं।
ब्रेवरमैन की बर्खास्तगी के बाद सुनक के मंत्रिमंडल में फेरबदल से कई आश्चर्य चीजें सामने आने की उम्मीद है। अखबार ‘द टाइम्स’ में छपे एक लेख में ब्रेवरमैन ने मेट्रोपॉलिटन पुलिस पर इजराइल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद लंदन में होने वाले प्रदर्शनों से सख्ती से नहीं निपटने का आरोप लगाया था।
गोवा मूल की 43 वर्षीय मंत्री की टिप्पणियों पर अकसर विवाद होता रहा है। भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक पर ब्रेवरमैन की टिप्पणियों को लेकर उनकी कंजर्वेटिव पार्टी के कई सदस्यों का दबाव था और साथ में उन्हें विपक्ष के हमलों का भी सामना करना पड़ रहा था।
ब्रेवरमैन ने सप्ताहांत में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद रविवार शाम एक बयान में कहा, ‘‘हमारे बहादुर पुलिस अधिकारी कल लंदन में प्रदर्शनकारियों की हिंसा और आक्रामकता तथा प्रदर्शनकारियों के विरोध में प्रदर्शन करने वालों से निपटने में अपनी पेशेवर क्षमता के लिए हर सभ्य नागरिक की ओर से धन्यवाद के पात्र हैं। अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान कई अधिकारियों के घायल होने से आक्रोश है।’’ हालाँकि, पुलिस के समर्थन में उनका यह बयान उनकी ओर से अपना पद बचाने के प्रयास के तौर पर नजर आया।