तुर्की में पेरिस जैसी क्रांति के लिए उकसाने वाले पत्रकार के खिलाफ जांच शुरू, राष्ट्रपति ने भी लगाई थी फटकार
By भाषा | Published: December 29, 2018 12:11 PM2018-12-29T12:11:43+5:302018-12-29T12:11:43+5:30
पत्रकार ने कहा था कि क्या तुर्की के लोग फ्रांस में ‘येलो वेस्ट’ अभियान की तरह कोई विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। तुर्की के पत्रकार पोर्टकल ने लिखा था, ‘‘आईए शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हैं, गैस की बढ़ती कीमत के खिलाफ प्रदर्शन। आईए करते हैं (प्रदर्शन)। क्या हम कर पाएंगे?’
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के एक जाने-माने टीवी न्यूज चैनल के प्रस्तोता (पत्रकार) की आलोचना करने के दो सप्ताह बाद तुर्की के एक अभियोजक ने शुक्रवार को उसके खिलाफ जांच शुरू कर दी।
‘हुर्रियत और मिलियत’ समाचारपत्रों के अनुसार अभियोजक के कार्यालय ने बताया कि तुर्की के ‘फॉक्स हैबर चैनल’ के फतह पोर्टकल के खिलाफ ‘‘खुलेआम अन्य लोगों को अपराध करने के लिए उकसाने’’ के आरोप में जांच शुरू की गई है।
पत्रकार ने कहा था कि क्या तुर्की के लोग फ्रांस में ‘येलो वेस्ट’ अभियान की तरह कोई विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं।
तुर्की के पत्रकार पोर्टकल ने लिखा था, ‘‘आईए शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हैं, गैस की बढ़ती कीमत के खिलाफ प्रदर्शन। आईए करते हैं (प्रदर्शन)। क्या हम कर पाएंगे?’
पोर्टकल के ट्विटर पर 60 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। उसने 10 दिसम्बर को यह ट्वीट किया था।
उसने लिखा, ‘‘बताइए कितने लोग ऐसा करेंगे?’’
राष्ट्रपति एर्दोआन ने मध्य दिसम्बर में इस टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा था, ‘‘वह लोगों को सड़कों पर उतरने को कह रहा है। अपनी हद पता है।
अगर नहीं पता है तो लोग आपकों सबक सिखांएगे।’’
तुर्की के सहयोगी और मानवाधिकार रक्षकों ने इस कदम के बाद एर्दोआन शासन में स्वतंत्रता के अधिकार को सीमित किए जाने पर चिंता व्यक्त की है।
एर्दोआन के शासन में अभी तक दर्जनों पत्रकारों और नागरिक समाज के कार्यकर्ताओं को बंदी बनाया गया है।