तजाकिस्तान में कांपी धरती, 6.8 की तीव्रता से आए भूकंप से दहशत में लोग
By अंजली चौहान | Published: February 23, 2023 09:54 AM2023-02-23T09:54:46+5:302023-02-23T10:35:35+5:30
रिक्टर स्कैल पर भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई है। स्थानीय समयानुसार भूकंप सुबह करीब 5:37 बजे आया है। इस भूकंप की गहराई करीब 20.5 किलोमीटर थी।
मुर्गोब: तुर्की और सीरिया में विशानकारी भूकंप के बाद अब दुनिया के अलग-अलग देशों में भूकंप की सूचना मिलने से लोगों की चिंता बढ़ गई है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के मुताबिक, गुरुवार को तजाकिस्तान में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए है। रिक्टर स्कैल पर भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई है। स्थानीय समयानुसार भूकंप सुबह करीब 5:37 बजे आया है। इस भूकंप की गहराई करीब 20.5 किलोमीटर थी।
इसके साथ ही खबर है कि चीन में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र चीन और तजाकिस्तान बोर्डर के साथ लगे निकटतम सीमा से करीब 82 किलोमीटर दूर था। गौरतलब है कि झिंजियांग क्षेत्र के पश्चिमी हिस्से में काशगर और आर्टक्स में जोरदार झटके महसूस किए गए हैं।
An earthquake of magnitude 6.8 occurred 67 km west of Murghob in Tajikistan: USGS
— ANI (@ANI) February 23, 2023
यूएसजीएस के मुताबिक, पूर्वी तजाकिस्तान में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया है। यूएसजीएस का अनुमान है कि भूकंप से भूस्खलन भी हुआ है। हालांकि, अभी तक इस भूकंप और भूस्खलन से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
इस तीव्रता से आए भूकंप से अभी तक किसी के घयाल होने की सूचना नहीं लेकिन एक ओर जहां तुर्की और सीरिया में भूकंप से तबाही मची उसे देखते हुए लोग दहशत में हैं। बता दें कि चीन के शिनजियांग क्षेत्र और तजाकिस्तान की सीमा के पास लगभग 7.3 तीव्रता का भूकंप से धरती हिल गई है।
तुर्की और सीरिया में भूकंप से हजारों की मौत
मालूम हो कि तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को जोरदार भूकंप आने के कारण हजारों लोगों की मौत हो गई है। रिक्टर स्कैल पर इसकी तीव्रता 7.8 मापी गई थी। इस भूकंप में दोनों देशों की कई इमारते जमीदोज हो गई और हजारों की संख्या में लोग इमारतों के मलबे में दम गए।
जानकारी के मुताबिक, अभी तक तुर्की और सीरिया में मलबे से लोगों को निकालने का काम जारी है। तुर्की में करीब 41,000 हजार से अधिक लोगों की मौत दर्ज की गई और ये आकंड़ा समय के साथ और बढ़ने के आसार हैं। वहीं, सीरिया में करीब 5800 लोगों की मौत हो गई है।
हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल है जिनका इलाज अभी भी जारी है। इतने बढ़े पैमाने पर आए भूकंप को देखते हुए दुनिया के तमाम देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है, जिसमें भारत सबसे पहले तुर्की और सीरिया के लिए मदद पहुंचाने में कामयाब रहा।