लड़ाकू विमानों और नौसेनिक पोतों के जरिए ताइवान को घेरकर निगरानी कर रहा है चीन, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
By शिवेंद्र राय | Published: August 20, 2022 11:08 AM2022-08-20T11:08:43+5:302022-08-20T11:10:20+5:30
अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन-ताइवान के बीच तवान बढ़ गया है। चीन की सेना लगातार द्वीपीय देश ताइवान की सीमा पर जल और हवाई क्षेत्र में सैन्य गतिविधियां कर रही है। चीन ने ताइवान पर चारो तरफ से नजर रखने के लिए अपने 21 लड़ाकू विमान और 5 नौसेनिक जहाजों के लगा रखा है।
ताइपे: अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से ही शुरू हुआ चीन और ताइवान के बीच का तनाव समाप्त होता नहीं दिख रहा है। ताइवान को लेकर चीन की आक्रामक गतिविधियां लगातार जारी हैं। अब एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि चीन लगातार ताइवान की जासूसी कर रहा है। चीन ने ताइवान पर चारो तरफ से नजर रखने के लिए अपने लड़ाकू विमान और नौसेनिक जहाजों के लगा रखा है।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि उसने शुक्रवार शाम 5 बजे तक देश भर में चीन की सेना के 17 विमानों और पांच जहाजों को ट्रैक किया था। ताइवानी सेना ने बताया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (पीएलएएएफ) के 17 युद्धक विमानों में से आठ ने ताइवान जलडमरूमध्य के ऊपर मध्य रेखा को पार किया। इन विमानों में जेएच -7 लड़ाकू-बमवर्षक, सुखोई -30 और जे -11 जैसे जेट शामिल थे। ताइवानी सेना यह भी बताया कि जेएच -7 और सुखोई -30 लडाकू विमानों ने जेट ने ताइवान के उत्तरी छोर पर मध्य रेखा को पार किया जबकि दो जे-11 लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी छोर पर ऐसा किया।
चीन की ये हरकतें नैंसी पेलोसी की यात्रा के बाद से ही जारी हैं। हाल ही में ताइवान जलडमरूमध्य के ऊपर 51 चीनी युद्धक विमानों और एक बैलेस्टिक मिलाइल को भी ताइवानी सेना द्वारा ट्रैक किया गया था। बीते रविवार को एक अन्य अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने ताइवान की यात्रा की। इस दौरान चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एक सोशल मीडिया पोस्ट में यह दिखाया गया कि चीनी लड़ाकू विमान ताइवान पेन्गु द्वीपों तक पहुंच गए हैं। इस घटना से दोनो देशों के बीच तनाव और बढ़ गया।
ताइवान भी कर रहा है तैयारी
चीन के आक्रामक व्यवहार और संभावित हमले के खतरे को देखते हुए ताइवान ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। ताइवान अपने नागरिकों को इस बात का प्रशिक्षण दे रहा है कि चीनी हवाई हमले से बचने के लिए उन्हें क्या करना चाहिए। हमले की स्थिति में तत्काल सड़कों को खाली करने के अभ्यास के लिए शहरों में सायरन बजाकर लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है। ताइवान की सेना युद्ध के हालात से निपटने की तैयारी में है। अफसरों को खास निर्देश दिए गए हैं और बड़े अफसरों और सैनिकों की छुट्टियां कर दी गई हैं। ताइवानी नौसेना के जंगी जहाज पूरी तैयारी के साथ अपने देश के चारों तरफ नजर रख रहे हैं।