11 साल के बच्चे स्कूल में पहन रहे डायपर! बच्चों की परवरिश को लेकर सामने आ रही नई चुनौती, शिक्षक भी परेशान
By विनीत कुमार | Published: June 19, 2023 12:35 PM2023-06-19T12:35:13+5:302023-06-19T12:42:12+5:30
तीन से चार साल तक के बच्चों के डायपर पहनने की बाद आज के दौर में सामान्य हो चली है लेकिन अगर 11 साल के बच्चे भी डायपर पहन कर स्कूल जा रहे हैं और उन्हें यह नहीं पता कि टॉयलट का इस्तेमाल कैसे करते हैं, तो आप इसे क्या कहेंगे?
बर्न: बदलते समय के साथ बच्चों की परवरिश को लेकर भी आज के दौर में कई नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। स्विट्जरलैंड से कुछ ऐसी ही कहानियां सामने आई हैं जो आपको हैरान कर सकती हैं। स्विटजरलैंड के स्कूलों में शिक्षकों ने बड़ी संख्या में 10 साल से अधिक की उम्र के बच्चों डायपर पहनकर कक्षा में आने को लेकर चौंकाने वाली चिंता जताई है क्योंकि इन बच्चों को शौचालय का उपयोग करने का प्रशिक्षण घर से नहीं मिल सका है।
स्विस फेडरेशन ऑफ टीचर्स के प्रमुख डागमार रोस्लर ने स्विस अखबार '20 मिनटन' (20 Minuten) से कहा, 'बच्चे 4 साल की उम्र से ही स्कूल जा रहे हैं, इसलिए आपको वास्तव में डायपर में कुछ ऐसे बच्चे मिल सकते हैं लेकिन जब 11 साल के बच्चे डायपर में स्कूल आते हैं, तो यह एक चिंताजनक प्रवृत्ति है।'
माता-पिता कर रहे टॉयलट इस्तेमाल की ट्रेनिंग देने में देरी
कई बच्चे डायपर पहनने के इतने आदी हो गए हैं कि वे इसे बदलने में कोई दिलचस्पी भी नहीं दिखा रहे है। मेयो क्लिनिक के अनुसार, शौचालय प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बच्चों की औसत आयु 18 महीने से 24 महीने के बीच है, हालांकि कई माता-पिता इस ट्रेनिंग को देने से अब बचते रह रहे हैं या इसे देने में काफी देर करते जा रहे हैं।
यही नहीं, कुछ माता-पिता डायपर का अत्यधिक इस्तेमाल बच्चों के लिए करते हैं, क्योंकि यह उनके लिए ज्यादा सुविधाजनक लगता है। शैक्षिक वैज्ञानिक मार्ग्रिट स्टैम ने कहा, 'यह आजकल एक समस्या के रूप में नहीं देखा जा रहा है। इससे लेकिन एक पूर तरह गलत संदेश जा रहा है।'
बाल विकास विशेषज्ञ रीता मेस्मर ने कहा कि स्कूल में डायपर पहनने वाले बच्चों की संख्या में असमान रूप से वृद्धि हुई है। उन्होंने इसके लिए 11 वर्षीय एक बच्चे (जो उनका मरीज है) का उदाहरण दिया जिसे शौचालय का उपयोग करना नहीं सीखाया गया था।
स्कूलों में शिक्षकों के लिए बोझ
बच्चों में टॉयलेट इस्तेमाल को लेकर ज्ञान की कमी बहुत सारे शिक्षकों के लिए बोझ बन गई है क्योंकि इसे बदलने में उन्हें बच्चों की मदद करनी पड़ती है। रोसलर ने कहा, 'माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे सुनिश्चित करें कि उनके स्कूल जाने वाला बच्चा डायपर नहीं पहने। शिक्षक अपने छात्रों के डायपर बदलने के लिए नहीं होते हैं। यह एक सीमा पार कर रहा है।' हालाँकि यह मुद्दा स्विटज़रलैंड में सामने आया है लेकिन ऐसे ही केस न्यूयॉर्क में भी सामने आ रहे हैं जहाँ माता-पिता अपने बच्चों को शौचालय का उपयोग करना नहीं सिखा रहे हैं।