भारत और सिंगापुर के बीच हुआ रणनीतिक समझौता, सेमीकंडक्टर कंपनी में पीएम नरेंद्र मोदी का दौरा, जानें बड़े अपडेट
By आकाश चौरसिया | Published: September 5, 2024 11:40 AM2024-09-05T11:40:47+5:302024-09-05T11:55:39+5:30
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिंगापुर के अपने समकक्ष लॉरेंस वोंग के साथ बृहस्पतिवार को सेमीकंडक्टर एवं इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में सिंगापुर की एक अग्रणी कंपनी का दौरा किया और इस महत्वपूर्ण उद्योग में सहयोग के तरीकों पर चर्चा की। दूसरी तरफ डिजिटल तकनीकी और सेमीकंडक्टर को लेकर बड़ा समझौता हुआ है।
नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वॉन्ग से मुलाकात कर सेमीकंडक्टर एवं इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र की बड़ी कंपनियों का दौरा किया। यहीं नहीं आज पीएम मोदी का जापान की संसद में वहां के प्रधानमंत्री ने उनका स्वागत किया । दूसरी तरफ सिंगापुर और भारत के बीच चार समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध ‘‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’’ के स्तर तक पहुंच गए हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि सिंगापुर न केवल एक साझेदार राष्ट्र है, बल्कि यह प्रत्येक विकासशील देश के लिए प्रेरणा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिंगापुर के अपने समकक्ष लॉरेंस वोंग के साथ गुरुवार को महत्वपूर्ण उद्योग में सहयोग के तरीकों पर चर्चा की। पीएम मोदी वोंग के निमंत्रण पर सिंगापुर की दो दिवसीय यात्रा पर है। विदेश मंत्रालय ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने ‘एईएम होल्डिंग्स लिमिटेड’ का दौरा किया, जहां उन्हें वैश्विक सेमीकंडक्टर मूल्य श्रृंखला में कंपनी की भूमिका, उसके संचालन और भारत के लिए उसकी योजनाओं के बारे में जानकारी मिली। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी दी, उन्नत विनिर्माण के क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा देते हुए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और (सिंगापुर के) प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने सेमीकंडक्टर एवं इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में सिंगापुर की अग्रणी कंपनी एईएम होल्डिंग्स लिमिटेड का आज दौरा किया। बयान के अनुसार, सिंगापुर सेमीकंडक्टर उद्योग संघ ने देश में सेमीकंडक्टर परिवेश तंत्र के विकास तथा भारत के साथ सहयोग के अवसरों पर जानकारी दी।
इसमें कहा गया, ‘‘ भारत में सेमीकंडक्टर विनिर्माण परिवेश तंत्र विकसित करने के हमारे प्रयासों और इस क्षेत्र में सिंगापुर की विशेषज्ञता को देखते हुए। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने का निर्णय लिया है। दूसरी भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए एक स्तंभ के तौर पर सेमीकंडक्टर पर गौर करते हुए उन्नत विनिर्माण को बढ़ावा देने पर सहमति व्यक्त की।’’
बयान में कहा गया, दोनों पक्षों ने भारत-सिंगापुर सेमीकंडक्टर परिवेश तंत्र साझेदारी पर समझौता ज्ञापन को अंतिम रूप भी दिया। जायसवाल ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और (सिंगापुर के) प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने एईएम होल्डिंग्स लिमिटेड के दौरे पर ओडिशा के वर्ल्ड स्किल सेंटर से सिंगापुर आए भारतीय प्रशिक्षुओं के साथ-साथ सीआईआई-एंटरप्राइज सिंगापुर इंडिया रेडी टैलेंट प्रोग्राम के तहत भारत का दौरा कर चुके सिंगापुरी प्रशिक्षुओं और एईएम में काम करने वाले भारतीय इंजीनियरों के साथ बातचीत की।’’
दोनों नेताओं द्वारा कंपनी का दौरा इस क्षेत्र में सहयोग के लिए दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। बयान में कहा गया कि मोदी ने उनके साथ एईएम होल्डिंग्स लिमिटेड का दौरा करने के लिए प्रधानमंत्री वोंग की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर की सेमीकंडक्टर कंपनियों को 11 से 13 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाली सेमीकॉन इंडिया प्रदर्शनी में हिस्सा लेने के लिए भी आमंत्रित किया। मोदी ब्रुनेई की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद सिंगापुर पहुंचे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने बृहस्पतिवार को गहन बातचीत की। सिंगापुर और भारत के बीच चार समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध ‘‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’’ के स्तर तक पहुंच गए हैं। इस मौके पर मोदी ने कहा कि सिंगापुर न केवल एक साझेदार राष्ट्र है, बल्कि यह प्रत्येक विकासशील देश के लिए प्रेरणा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस बैठक के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘संबंधों में एक नया अध्याय : व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने आज सिंगापुर में एक सार्थक बैठक की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने उन्नत विनिर्माण, संपर्क सुविधा, डिजिटलीकरण, स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा, कौशल विकास और स्थिरता जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं की व्यापक समीक्षा की।’’
पीएम नरेंद्र मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत के लिए वोंग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘‘आपके प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद यह हमारी पहली मुलाकात है। मेरी ओर से आपको बहुत-बहुत बधाई। मुझे पूरा भरोसा है कि 4जी (चौथी पीढ़ी के नेताओं) के नेतृत्व में सिंगापुर और भी तेजी से प्रगति करेगा।’’ मोदी ने कहा, ‘‘हम भारत में भी कई सिंगापुर बनाना चाहते हैं और मुझे खुशी है कि हम इस दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं।
हमारे बीच जिस मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन की व्यवस्था हुई है, वह एक पथ-प्रदर्शक तंत्र है।’’ उन्होंने कहा कि कौशल विकास, डिजिटलीकरण, गतिशीलता, उन्नत विनिर्माण, सेमीकंडक्टर, कृत्रिम मेधा (एआई), स्वास्थ्य सेवा, स्थिरता और साइबर सुरक्षा में दोनों देशों के बीच साझेदारी इस तंत्र की पहचान बन गई है। मोदी वोंग के निमंत्रण पर दो दिवसीय यात्रा पर यहां आए हैं। वोंग के साथ वार्ता से पहले मोदी का सिंगापुर संसद भवन में भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने वहां आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर भी किए। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात वोंग के सिंगापुर का प्रधानमंत्री बनने और मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में अपना तीसरा कार्यकाल शुरू करने के कुछ महीनों बाद हुई है।
वार्ता के बाद चार समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति थर्मन षणमुगरत्नम से भी बाद में मुलाकात करेंगे। मोदी का सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्री ली सीन लूंग और ‘एमेरिटस’ वरिष्ठ मंत्री गोह चोक टोंग से भी मुलाकात का कार्यक्रम है। ली मोदी के स्वागत में दोपहर का भोज आयोजित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर के उद्योगपतियों से भी मुलाकात करेंगे और देश के सेमीकंडक्टर क्षेत्र से जुड़े लोगों से बातचीत करेंगे।
मोदी और वोंग सेमीकंडक्टर विनिर्माण केंद्र का दौरा भी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ब्रुनेई की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा समाप्त करने के बाद सिंगापुर के अपने समकक्ष लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर इस दक्षिण-पूर्व एशियाई देश की अपनी पांचवीं आधिकारिक यात्रा के तहत बुधवार को यहां पहुंचे जहां भारतीय मूल के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया।