Sri Lanka power cut: छह घंटे के बाद समूचे श्रीलंका में बिजली बहाल, कोलंबो अब भी अंधेरे में, सड़कों पर भारी जाम
By भाषा | Published: August 17, 2020 09:47 PM2020-08-17T21:47:39+5:302020-08-17T21:47:39+5:30
बिजली गुल होने के बाद स्ट्रीट लाइटें बंद होने से कोलंबो में सड़कों पर अंधेरा छा गया। यातायात सिग्नल बंद होने के बाद कई सड़कों पर भारी जाम लग गया।
कोलंबोः प्रमुख ऊर्जा संयंत्र में तकनीकी खामी के कारण समूचे श्रीलंका में सोमवार को बिजली गुल हो गयी। दोपहर में बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी। छह घंटे के बाद देश के कई हिस्से में बिजली आपूर्ति बहाल हो गयी लेकिन कोलंबो अब भी अंधेरे में है।
सीलोन बिजली बोर्ड (सीईबी) ने कहा है कि केरावलापिटिया ग्रिड सब स्टेशन में संचरण संबंधी दिक्कतें आने के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो गयी। बिजली गुल होने के बाद स्ट्रीट लाइटें बंद होने से कोलंबो में सड़कों पर अंधेरा छा गया। यातायात सिग्नल बंद होने के बाद कई सड़कों पर भारी जाम लग गया।
श्रीलंका की नयी संसद का सत्र 20 अगस्त को
श्रीलंका की नयी संसद का उद्घाटन सत्र 20 अगस्त को होगा, जिस दौरान राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अगले पांच वर्षों के लिए अपनी सरकार की नीति पेश करेंगे। यह घोषणा रविवार को की गई। एक बयान में कहा गया है, ‘‘संसद के महासचिव डी दसानायके ने सभी सांसदों को सूचित कर दिया है कि वे नौवीं संसद की पहली बैठक में शामिल हों। यह 20 अगस्त 2020 को सुबह साढ़े नौ बजे से शुरू होगी।’’ प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे नीत श्रीलंका पीपुल्स पार्टी (एसएलपीपी) ने गत पांच अगस्त हो हुए आम चुनाव में जबर्दस्त जीत हासिल की थी।
पार्टी ने 225 सदस्यीय संसद में दो तिहाही बहुमत हासिल किया है। एसएलपीपी सरकार के सदन में 150 सदस्य हैं, जबकि संयुक्त विपक्ष के 75 सदस्य हैं। उद्घाटन सत्र में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अगले पांच वर्षों के लिए अपनी सरकार का नीतिगत बयान पेश करेंगे। राष्ट्रपति संसद के सदस्य नहीं हैं, लेकिन उन्हें सत्र में हिस्सा लेने की संवैधानिक तौर पर अनुमति है।
अधिकारियों ने बताया कि 225 निर्वाचित सदस्यों में से 75 नये हैं। महिलाओं का प्रतिनिधित्व वर्तमान में कम होकर 10 हो गया है, जो कि पिछली संसद में 13 था। संसद का उद्घाटन सत्र पहले 14 मई से होना था। हालांकि, चुनाव को कोविड-19 के चलते दो बार टालना पड़ा। यह सत्र सख्त कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुपालन के साथ होगा।