Sri Lanka Economic Crisis: नए पीएम विक्रमसिंघे ने मंत्रिमंडल में चार मंत्रियों को किया शामिल, पीरिस होंगे नए विदेश मंत्री, देखें लिस्ट

By सतीश कुमार सिंह | Published: May 14, 2022 06:04 PM2022-05-14T18:04:16+5:302022-05-14T18:12:10+5:30

Sri Lanka Economic Crisis: श्रीलंका के नये प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने मुख्य विपक्षी दल समागी जन बालावेगाया (एसजेबी) के नेता से दलगत राजनीति को छोड़कर ज्वलंत मुद्दों को हल करने और देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के वास्ते एक गैर-पक्षपातपूर्ण सरकार बनाने में उनका साथ देने का आग्रह किया है।

Sri Lanka Economic Crisis New PM Ranil Wickremesinghe inducts 4 ministers Cabinet GL Peiris Foreign Minister | Sri Lanka Economic Crisis: नए पीएम विक्रमसिंघे ने मंत्रिमंडल में चार मंत्रियों को किया शामिल, पीरिस होंगे नए विदेश मंत्री, देखें लिस्ट

श्रीलंका 1948 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से सबसे बुरे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है।

Highlightsपीएम विक्रमसिंघे ने एसजेबी के नेता साजिथ प्रेमदासा को एक पत्र लिखा।महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

Sri Lanka Economic Crisis: श्रीलंका ने शनिवार को 12 घंटे के लिए देशव्यापी कर्फ्यू हटा लिया और कड़े प्रतिबंधों में ढील दी। सरकार विरोधी समूहों के साथ संघर्ष में नौ लोग मारे गए। नए पीएम रानिल विक्रमसिंघे ने अपने मंत्रिमंडल में चार मंत्रियों को शामिल किया, जिसमें जीएल पीरिस को विदेश मंत्री के रूप में शामिल किया गया।

दिनेश गुणवर्धने को लोक प्रशासन मंत्री, पीरिस को विदेश मंत्री, प्रसन्ना रणतुंगा को शहरी विकास एवं आवास मंत्री और कंचना विजेसेकारा को बिजली एवं ऊर्जा मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। पीरिस महिंदा राजपक्षे के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में भी विदेश मंत्री थे।

खबर के अनुसार, सरकारी सूत्रों ने कहा कि विक्रमसिंघे के मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या 20 तक रहने की उम्मीद है। इस बीच श्रीलंका में सत्तारूढ़ श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) ने नये प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को समर्थन देने का फैसला किया है ताकि उन्हें सदन में बहुमत साबित करने में मदद मिल सके।

विक्रमसिंघे के पास संसद में केवल एक सीट है। ज्यादातर विपक्षी दलों ने कहा है कि वे विक्रमसिंघे के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में पद नहीं लेंगे, लेकिन आर्थिक संकट से निपटने के लिए उनके कदमों का समर्थन करेंगे। यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के 73 वर्षीय नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को स्थिरता प्रदान करने के लिए बृहस्पतिवार को देश के 26वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गयी थी। कुछ दिन पहले ही महिंदा राजपक्षे को देश के बिगड़ते आर्थिक हालात के मद्देनजर हुई हिंसक झड़पों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

विक्रमसिंघे ने मुख्य विपक्षी दल समगी जन बालावेगाया (एसजेबी) के नेता से दलगत राजनीति को छोड़कर ज्वलंत मुद्दों को हल करने और देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के वास्ते एक गैर-पक्षपातपूर्ण सरकार बनाने में उनका साथ देने का आग्रह किया है।

विक्रमसिंघे ने एसजेबी के नेता साजिथ प्रेमदासा को एक पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने ज्वलंत मुद्दों का तुरन्त समाधान करने और विदेशी सहायता प्राप्त करके देश को आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक रूप से स्थिर करने के लिए प्रेमदासा का समर्थन मांगा। गौरतलब है कि श्रीलंका 1948 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से सबसे बुरे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। 

Web Title: Sri Lanka Economic Crisis New PM Ranil Wickremesinghe inducts 4 ministers Cabinet GL Peiris Foreign Minister

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