इंस्टाग्राम पर दोस्ती करके 11 वर्षीय बच्ची का बलात्कार करने वाले को हुई 20 साल जेल और 24 बेंत की सजा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 5, 2022 04:32 PM2022-09-05T16:32:32+5:302022-09-05T16:48:21+5:30
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी ने ये सब पहली बार नहीं किया है। पहले भी जेल जा चुका है। साल 2016 में 15 साल की लड़की के यौन शोषण के आरोप में उसे 10 महीने की जेल हुई थी।
सिंगापुरःसिंगापुर की एक अदालत ने प्राइमरी स्कूल की छात्रा के साथ बलात्कार करने का दोषी ठहराते हुए एक शख्स को 20 साल कैद और 24 बेंत की सजा सुनाई। 34 वर्षीय आरोपी मुहम्मद हिशाम अब्दुल करीम ने इंस्टाग्राम के जरिए 11 वर्षीय बच्ची से दोस्ती की फिर उसके साथ कई बार बलात्कार किया। यही नहीं आरोपी बच्ची को मेथामफेटामाइन ड्रग्स भी देता था।
न्यायाधीश ने पूर्व नियोजित और कुटिल योजना के रूप में वर्णित अपराधों के लिए आरोपी हिशाम को 20 साल की जेल और 24 बेंत की सजा सुनाई। अदालत ने उसे नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न के चार आरोपों में दोषी ठहराया। यही नहीं सजा सुनाते वक्त न्यायाधीश ने नशीली दवाओं के सेवन और छह अन्य नाबालिगों से अभद्र कृत्य करने के प्रयास सहित अन्य 11 समान आरोपों को भी ध्यान में रखा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी ने ये सब पहली बार नहीं किया है बल्कि साल 2016 में 15 साल की लड़की के यौन शोषण के आरोप में उसे 10 महीने की जेल हुई थी।
आरोपी ने नाबालिग छात्रा से इंस्टाग्राम के जरिए दोस्ती की और फिर उसके साथ चैट करने लगा। कई दिनों तक चैट के बाद छात्रा आरोपी से मिलने को राजी हो गई। उप लोक अभियोजक (डीपीपी) रेजिना लिम और कीथ जिरेन थिरुमारन ने अदालत को बताया कि जब हिशाम ने यौन अंतरंग होने के लिए रुचि का संकेत दिया तो वह भी सहमत हो गईं। डीपीपी ने आगे कहा कि वह अपनी उम्र में सहमति देने में असमर्थ थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, वह सेक्स के बारे में उत्सुक थी और उसने उसके साथ संभोग करने के लिए कहा, लेकिन आरोपी उसे गर्भवती नहीं करना चाहता था। फिर उसने उसके साथ यौन संबंध बनाने से पहले उसके साथ एक यौन क्रिया की। आरोपी ने उसे मेथमफेटामाइन भी दिया था। नवंबर 2017 के आसपास, उनके रिश्ते में खटास आ गई और उन्होंने मिलना और बातचीत करना बंद कर दिया।
इसका खुलासा लड़की ने तीन साल बाद यानी 2020 में किया जब वह अपने केस वर्कर के साथ एक सत्र कर रही थी। उसी दिन, सामाजिक और परिवार विकास मंत्रालय के एक कर्मचारी ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। हिशाम को 16 जनवरी, 2020 को गिरफ्तार किया गया था।