निज्जर हत्याकांड मामले में SFJ प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की एंट्री, बोला- "हिंदू कनाडा छोड़ों, भारत वापस जाओ"
By अंजली चौहान | Published: September 20, 2023 12:25 PM2023-09-20T12:25:29+5:302023-09-20T12:30:57+5:30
एसएफजे के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत सिंह पन्नून ने कनाडाई सिखों से 29 अक्टूबर को वैंकूवर में तथाकथित जनमत संग्रह के लिए मतदान करने का भी आह्वान किया।
नई दिल्ली: कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मामला बढ़ता ही जा रहा है। निज्जर की हत्या पर कनाडा और भारत के रिश्तों में आई खटास के बाद इसमें अब SFJ प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की भी एंट्री हो गई है।
खालिस्तान समर्थक संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को धमकी दी है और उनसे जल्द से जल्द देश छोड़ने को कहा है।
पन्नू का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह कनाडाई भारतीय लोगों को जल्द से जल्द कनाडा छोड़कर भारत जाने के लिए कह रहा है। वीडियो में आतंकी पन्नू कहता हुआ सुनाई दे रहा है, "भारत-हिंदू कनाडा छोड़ दें; भारत मेँ जाओ। आप न केवल भारत का समर्थन करते हैं बल्कि आप खालिस्तान समर्थक सिखों की वाणी और अभिव्यक्ति के दमन का भी समर्थन कर रहे हैं।"
Mr. @JustinTrudeau your beloved #SikhsForJustice gave open threat to Indian Hindus to leave #Canada.
— Sukhman Randhawa (@sukh_randhawa14) September 19, 2023
If you think you'll win by gaining #Sikh votes, you're highly mistaken. Your frustation is evident, You cannot fool your citizens for long. pic.twitter.com/86B8pdCptY
पन्नून ने कहा कि, "आप शहीद निज्जर की हत्या का जश्न मनाकर हिंसा का समर्थन कर रहे हैं।" उन्होंने कनाडाई सिखों से 29 अक्टूबर को वैंकूवर में तथाकथित जनमत संग्रह के लिए मतदान करने का भी आह्वान किया।
पन्नून ने कनाडा के खालिस्तान समर्थक सिखों की भी प्रशंसा की और कहा कि वे हमेशा वफादार रहे हैं और देश के कानूनों और संविधान को बरकरार रखा है। दरअसल, भारत ने SFJ प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू को आतंकवादी घोषित कर दिया है।
बता दें कि यह वीडियो कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के उस बयान के कुछ घंटों बाद वायरल हो गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कनाडाई खुफिया एजेंसियां खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह की हत्या में नई दिल्ली के एजेंटों को शामिल करने के विश्वसनीय आरोपों पर सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।
हालांकि, भारत ने तुरंत ट्रूडो के दावे को खारिज कर दिया और कहा कि वह एक कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर रहा है जो कनाडा द्वारा भारत के वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित करने के बाद जैसे को तैसा का कदम था।