Russia-Ukraine War: रूस को जंग से हुआ है बड़ा नुकसान, रिपोर्ट में दावा- '3 लाख से ज्यादा सैनिक मारे गए, 2,200 टैंक नष्ट'
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: December 13, 2023 03:38 PM2023-12-13T15:38:37+5:302023-12-13T15:40:32+5:30
अमेरिकी संसद को दी गई खुफिया विभाग की गोपनीय रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि रूस को सैन्य वाहनों और हथियारों के मामले में भी बड़ा नुकसान हुआ है। कहा गया है कि अब तक रूसी पैदल सेना के 13,600 बख्तरबंद वाहन नष्ट हो चुके हैं। इसके अलावा रूस हथियारों के अपने भंडार का एक चौथाई से अधिक खो चुका है।
Russia-Ukraine War: लंबे समय से यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ रहे रूस को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी है। अमेरिकी खुफिया विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन में लगभग 315,000 रूसी सैनिक मारे गए हैं या घायल हुए हैं। यह संख्या युद्ध से पहले की रूसी लड़ाकू सेना का लगभग 90 प्रतिशत है।
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि रूसी सेना ने संघर्ष शुरू होने से पहले अपने पास मौजूद 3,500 टैंकों में से लगभग 2,200 टैंक खो दिए हैं। यह रिपोर्ट तब सामने आई जब यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लॉदिमिर जेलेंस्की वाशिंगटन में थे और अमेरिकी कांग्रेस से अमेरिकी फंडिंग को लेकर बात कर रहे थे। जेलेंस्की कांग्रेस को यह समझाने की कोशिश कर रहे थे कि रूस के साथ युद्ध निरंतर अमेरिकी फंडिंग के साथ जीता जा सकता है।
अमेरिकी संसद को दी गई खुफिया विभाग की गोपनीय रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि रूस को सैन्य वाहनों और हथियारों के मामले में भी बड़ा नुकसान हुआ है। कहा गया है कि अब तक रूसी पैदल सेना के 13,600 बख्तरबंद वाहन नष्ट हो चुके हैं। इसके अलावा रूस हथियारों के अपने भंडार का एक चौथाई से अधिक खो चुका है।
लंबे समय से जारी इस युद्ध में पिछले दो महीनों से कुछ शांति थी। रूस ने यूक्रेन पर हमलों में कमी लाई थी। लेकिन बीते 9 दिसंबर को रूस ने यूक्रेन की राजधानी पर बड़ा हमला किया। जंग के नतीजों को लेकर दोनों ही पक्ष अडिग हैं। एक तरफ यूक्रेन कभी हार न मानने पर अड़ा है वहीं रूस का मानना है कि धीरे-धीरे जब यूक्रेन को मिलने वाला अमेरिका और पश्चिमी देशों का समर्थन समाप्त हो जाएगा तब यूक्रेन खुद सरेंडर कर देगा।
हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश की सेना को कम से कम 170,000 और सैनिकों को शामिल करने का आदेश दिया था जिसके बाद सेना की संख्या में इजाफा हुआ। इससे पहले अगस्त 2022 में पुतिन ने 137,000 सैनिकों को शामिल करने के आदेश दिए थे।
रूस का कहना है कि रूस की सीमा के निकट नाटो के संयुक्त सशस्त्र बल तैनात किए जा रहे हैं और अतिरिक्त हवाई रक्षा प्रणालियों के साथ ही हथियार तैनात किए जा रहे हैं। नाटो की सामरिक परमाणु बलों की क्षमता बढ़ाई जा रही है। इन सबके बीच रूस चुप चाप नहीं बैठ सकता।