व्लादिमीर पुतिन ने जमकर की पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ, कहा- 'वे देशभक्त', स्वतंत्र विदेश नीति की भी सराहना की
By विनीत कुमार | Published: October 28, 2022 09:34 AM2022-10-28T09:34:02+5:302022-10-28T09:39:23+5:30
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक कार्यक्रम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में काफी कुछ हुआ।
मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें देशभक्त बताया और उनके स्वतंत्र विदेश नीति की भी सराहना की। पुतिन ने मॉस्को आधारित एक थिंक टैंक 'वाल्दाई डिस्कशन क्लब' में अपने संबोधन के दौरान ये बातें कही। पुतिन ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत में काफी कुछ हुआ है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार पुतिन ने रूसी भाषा में कहा, 'पीएम मोदी के नेतृत्व में बहुत कुछ किया गया है। वह देशभक्त हैं। 'मेक इन इंडिया' का उनका विचार आर्थिक और नैतिकता दोनों तौर पर मायने रखता है। भविष्य भारत का है, इस बात पर गर्व किया जा सकता है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है।'
पुतिन ने साथ ही भारत के ब्रिटिश राज से मुक्त होने और आधुनिक देश के तौर पर विकास की ओर कदम बढ़ाने का भी जिक्र किया। पुतिन ने कहा कि 1.5 अरब लोगों वाला देश जब निश्चिक विकास परिणाम की ओर बढ़ता है तो यह सभी के लिए सम्मान और प्रशंसा का कारण बनता है।
'भारत और रूस के बीत खास रिश्ता'
पुतिन ने भारत और रूस के बीच के रिश्ते को भी बेहद खास बताया। पुतिन ने कहा, 'यह कई दशकों के करीबी सहयोगी संबंधों द्वारा रेखांकित किया गया है। हमारे सामने कभी भी कोई मुश्किल मुद्दा नहीं था और हमने एक-दूसरे का समर्थन किया और यह अभी भी हो रहा है। मुझे यकीन है कि यह भविष्य में जारी रहेगा।'
पुतिन ने इस बात पर भी जोर दिया कि पीएम मोदी ने उनसे उर्वरकों की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कहा है जो भारतीय कृषि के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पुतिन ने कहा, 'हमने वॉल्यूम में 7.6 गुना वृद्धि की है। कृषि में व्यापार लगभग दोगुना हो गया है।'
पुतिन के ये बयान रूस के यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच आया है। हाल में कई मौकों पर भारत पश्चिमी देशों की ओर से दबाव के बावजूद अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रूस के खिलाफ कोई बयान देने से बचता रहा। हालांकि इन सबके बीच पीएम मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के दौरान पुतिन से मुलाकात के दौरान ये भी साफ कहा था कि ये युद्ध का समय नहीं है। इसकी भी विश्व स्तर पर सराहना हुई थी।