पाकिस्तान में हुए विमान हादसे पर खुलासा, पायलट ने दुर्घटना से पहले कम ऊंचाई को लेकर 3 चेतावनियों को किया नजरअंदाज
By अनुराग आनंद | Published: May 25, 2020 11:11 PM2020-05-25T23:11:27+5:302020-05-25T23:11:27+5:30
पाकिस्तानी जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि विमान हादसा पायलट की गलतियों से हुई है या फिर तकनीकी गड़बड़ी के कारण हुआ है।
नई दिल्ली:पाकिस्तान के कराची में शुक्रवार को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का एक विमान हादसे का शिकार हो गया था। इस मामले में खबर आ रही है कि विमान के पायलट ने लैंडिंग से पहले विमान की ऊंचाई और गति को लेकर कंट्रोल रूम से भेजे जा रहे चेतावनियों को तीन बार नजरअंदाज कर दिया था। ऐसे में अब जांच इस बात की हो रही है कि विमान तकनीकी खामियों की वजह से हादसे का शिकार हुआ या फिर पायलट की गलतियों की वजह से यह दुर्घटना घटी है।
इंडिया टुडे के मुताबिक, राष्ट्रीय विमानन कंपनी का विमान पीके-8303 शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त हुआ था जिसमें 97 लोगों की मौत हो गई थी और दो लोग चमत्कारिक ढंग से बच गए थे। यह हादसा देश के इतिहास का सबसे त्रासद हादसा है। जियो न्यूज ने एटीसी रिपोर्ट के हवाले से बताया कि लाहौर से कराची आ रहा एयरबस ए-320 जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से 15 समुद्री मील दूरी पर जमीन से 7,000 फीट की ऊंचाई की बजाय 10,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था जब हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) ने विमान की ऊंचाई कम करने को लेकर पहली चेतावनी जारी की थी।
बता दें कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के विमान हादसे में बचे मुहम्मद ज़ुबैर ने घटना को याद करते हुए बताया कि विमान बहुत सामान्य ढंग से उड़ था फिर तीन बार उसमें झटके महसूस हुए। इसके बाद पायलट ने कुशलतापूर्वक जमीन से विमान की ऊंचाई बढ़ा दी लेकिन कुछ पलों बाद ही विमान हादसे का शिकार हो गया।
जुबैर उन 99 यात्रियों में शामिल थे जो शुक्रवार को कराची की आबादी वाले इलाके में दुर्घटनाग्रस्त विमान में सवार थे जिसमें नौ बच्चों सहित 97 लोगों की मौत हो गई। विमान (उड़ान संख्या पीके8303) लाहौर से उड़ा था और कराची के जिन्ना गार्डन इलाके में मॉडल कॉलोनी के नजदीक शुक्रवार दोपहर को हवाई अड्डे पर उतरने से महज कुछ मिनट पहले हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में जमीन पर भी 11 लोग घायल हुए हैं।
झुलसने की वजह से कराची के अस्पताल में इलाज करा रहे जुबैर ने कहा, ‘‘विमान बहुत सामान्य ढंग से उड़ान भर रहा था। मेरी सीट संख्या 8एफ थी। जब विमान जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच रहा था तब पायलट ने घोषणा की कि हम उतरने वाले हैं और यात्री जल्दी से सीट बेल्ट बांध लें। हमने जल्दी से सीट बेल्ट बांध ली। विमान के उतरने के दौरान तीन झटके लगे। इसके बाद विमान हवाई अड्डे की हवाई पट्टी पर आ गया और कुछ क्षणों के बाद पता नहीं क्या हुआ कि पायलट ने जमीन से विमान की ऊंचाई बढ़ा दी।’’
उन्होंने बताया, ‘‘पायलट ने इसके बाद 10 या 15 मिनट तक विमान को उड़ाया और फिर घोषणा की कि विमान उतरने वाला है। जब यह घोषणा की जा रही थी तब मैंने नीचे देखा और मुझे लगा कि हम मलीर छावनी इलाके के ऊपर उड़ रहे हैं, इसके बाद जैसे ही विमान हवाई अड्डे पर उतरने को हुआ उसी समय हादसा हो गया।’’
ज़ुबैर ने शुक्रवार केा बताया कि जब विमान कराची हवाई अड्डे की ओर आ रहा था तब उसमें कंपन हो रहा था। उन्होंने बताया, ‘‘अगले ही पल विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और मैं बेहोश हो गया। ज़ुबैर ने बताया कि जब उन्हें होश आया तब हर तरफ धुंआ था। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि ज़ुबैर को मामूली चोटें आई है और अभी उसके जलने का इलाज हो रहा है।
इस हादसे में दूसरे यात्री जो बच गए हैं वह हैं पंजाब बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज़फर मसूद। उन्होंने फोन पर अपनी मां से बात की और अपने स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी। मसूद की कमर और कंधे की हड्डी टूट गई है और उन्हें दारुल सेहत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि मसूद जले नहीं है लेकिन उनके शरीर पर खरोंचे आई हैं। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि मसूद का सीटी स्कैन कराया गया है और वह खतरे से बाहर हैं।