चुनाव आयोग ने भी व्लादिमीर पुतिन को विजेता किया घोषित, चौथी बार बने रूस के राष्ट्रपति
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: March 23, 2018 05:42 PM2018-03-23T17:42:46+5:302018-03-23T17:42:46+5:30
एग्जिट पोल के सर्वेक्षण में पुतिन की जीत की भविष्यवाणी पहले ही कर दी गई थी। एग्जिट पोल के मुताबिक व्लादिमिर पुतिन 73.9 फीसदी वोटों के साथ चौथी बार देश के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने जा रहे हैं।
मास्को, 23 मार्च: रूस के चुनाव अधिकारियों ने निवर्तमान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बीते रविवार को हुए चुनावों में आधिकारिक रूप से विजेता घोषित किया। केन्द्रीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को अंतिम परिणाम घोषित किए, जिसमें बताया गया कि पुतिन ने 77 प्रतिशत मत हासिल किए। कम्युनिस्ट उम्मीदवार पावेल ग्रुदिनिन करीब12 प्रतिशत मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
मतदान में गड़बड़ियों की खबरें भी आई थीं। हालांकि चुनाव आयोग की प्रमुख एला पामफिलोवा ने कहा कि मतदान स्वतंत्र एवं निष्पक्ष हुआ। रविवार की जीत के बाद पुतिन अब 2024 तक राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे।
इससे पहले एक एग्जिट पोल के सर्वेक्षण में पुतिन की जीत की भविष्यवाणी पहले ही कर दी गई थी। एग्जिट पोल के मुताबिक व्लादिमिर पुतिन 73.9 फीसदी वोटों के साथ चौथी बार देश के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने जा रहे हैं। रूस के करीब 1200 मतदान केंद्रों से आंकड़ों को जुटाकर किए गए इस एग्जिट पोल में कम्यूनिस्ट उम्मीदवार पावेल ग्रुडिनिन को 11.2 फीसदी वोटों के साथ दूसरे स्थान पर दिखाया गया।
पुतिन साल 2000 में पहली बार राष्ट्रपति चुने गए थे। इस लिहाज से देखा जाए तो वे रूस में लगातार 18 सालों से सत्ता पर काबिज है। विपक्ष हमेशा से इस बात का आरोप लगाता रहा है कि उन्होंने विपक्ष की आवाज को दबा दिया है और टेलीविजन पर सरकारी नियंत्रण करने के साथ ही विदेशों में रूस के दर्जे को दोबारा स्थापित कर दुनिया के सबसे बड़े देश पर अपना पूरा अधिकार कायम कर लिया है।
बता दें कि रूस के संविधान के मुताबिक कोई भी व्यक्ति दो बार से ज्यादा बार राष्ट्रपति नहीं चुना जा सकता, लेकिन पुतिन ने जब राष्ट्रपति बनने में दिलचस्पी दिखाई तो फिर यहां के संविधान में संशोधन किया गया। रूस के नए संविधान में 2 बार से ज्यादा राष्ट्रपति बनने की सीमा को खत्म कर दिया गया है। इसके साथ ही राष्ट्रपति कार्यकाल को 4 से बढ़ाकर 6 साल किया गया है।
(इनपुट-भाषा)