महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग का 76 वर्ष की आयु में निधन, परिजनों ने जारी किया भावुक संदेश
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: March 14, 2018 09:46 AM2018-03-14T09:46:37+5:302018-03-14T09:46:37+5:30
Professor Stephen Hawking Passes away: हैरान कर देने वाली बात यह है कि स्टीफन हॉकिंग का मस्तिष्क छोड़कर पूरा शरीर लकवाग्रस्त था। इसके बावजूद उन्होंने कई अहम शोध किए।
जाने-माने भौतिक विज्ञानी और प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग का 76 वर्ष की आयु में निधन हो गया। परिजनों ने बुधवार को उनकी मृत्यु की पुष्टि की है। हॉकिंग के बच्चों लूसी, रॉबर्ट और टिम ने अपने बयान में कहा, 'हम अपने पिता के जाने से बेहद दुखी हैं।'
बयान के मुताबिक, ‘‘ वह एक महान वैज्ञानिक और अद्भुत व्यक्ति थे जिनके कार्य और विरासत आने वाले लंबे समय तक जीवित रहेंगे। उनकी बुद्धिमतता और हास्य के साथ उनके साहस और दृढ़- प्रतिज्ञा ने पूरी दुनिया में लोगों को प्रेरित किया है। उन्होंने एक बार कहा था, अगर आपके प्रियजन ना हों तो ब्रह्मांड वैसा नहीं रहेगा जैसा है। हम उन्हें हमेशा याद करेंगे।’’
हॉकिंग 1963 में मोटर न्यूरॉन बीमारी के शिकार हुए और डॉक्टरों ने कहा कि उनके जीवन के सिर्फ दो साल बचे हैं। लेकिन वह पढ़ने के लिए कैम्ब्रिज चले गये और एल्बर्ट आइंस्टिन के बाद दुनिया के सबसे महान सैद्धांतिक भौतिकीविद बने।
Archival visuals of #StephenHawking. He passed away today at the age of 76 years. pic.twitter.com/KxqxEpxxse
— ANI (@ANI) March 14, 2018
हैरान कर देने वाली बात यह है कि स्टीफन हॉकिंग का मस्तिष्क छोड़कर पूरा शरीर लकवाग्रस्त था। भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग ने 'ए ब्रीफ हिस्टरी ऑफ टाइम' नाम की किताब लिखी है। इस किताब में उन्होंने ब्रम्हाण्ड के कई रहस्यों से पर्दा उठाया है। इसी किताब पर 2014 में 'थियरी ऑफ इवरीथिंग' फिल्म बनी थी जिसे ऑस्कर मिला था।
स्टीफन हॉकिंग के गुणवत्ता परक काम को देखते हुए अमेरिका के उच्च नागरिक सम्मान से नवाजा जा चुका है। 1974 में ब्लैक होल्स पर उनकी रिचर्स ने ब्राह्मण के रहस्यों को समझने में एक नया आयाम स्थापित किया। स्टीफन हॉकिंग ने द ग्रैंड डिजाइन, यूनिवर्स इन नटशेल, माई ब्रीफ हिस्ट्री, द थ्योरी ऑफ एवरीथिंग जैसी कई महत्वपूर्ण किताबें लिखी हैं।