अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने खिलाफ महाभियोग की जांच को लिंचिंग (पीट-पीटकर मार डालने) से जोड़ा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 23, 2019 02:13 PM2019-10-23T14:13:53+5:302019-10-23T14:15:28+5:30
नेशनल लॉयर्स कमेटी फोर सिविल राइट्स अंडर लॉ की अध्यक्ष क्रिस्टेन क्लार्क ने कहा कि ट्रंप द्वारा आज इस शब्द का सरासर दुरुपयोग देखकर उन्हें घृणा हो रही है। क्लार्क ने कहा कि 1882 से 1968 के बीच अमेरिका में 4743 लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने खिलाफ महाभियोग की जांच को लिंचिंग (पीट-पीटकर मार डालने) से जोड़ा है। ‘लिंचिंग’ शब्द अमेरिका में गुलामों के साथ बर्बर व्यवहार की याद दिलाता है।
इसी वजह से कई नेताओं ने ट्रंप की आलोचना की है। ट्रंप ने एक ट्वीट कर कहा कि महाभियोग अनुचित है और यह उनके कानूनी अधिकार वापस लेने जैसा है। ट्रंप की इस टिप्पणी पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया आयी है। ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘‘सभी रिपब्लिकनों को एक बात याद रखना चाहिए, जिसके वह यहां गवाह बन रहे हैं...लिंचिंग। खैर, हम जीत जाएंगे।’’
नेशनल लॉयर्स कमेटी फोर सिविल राइट्स अंडर लॉ की अध्यक्ष क्रिस्टेन क्लार्क ने कहा कि ट्रंप द्वारा आज इस शब्द का सरासर दुरुपयोग देखकर उन्हें घृणा हो रही है। क्लार्क ने कहा कि 1882 से 1968 के बीच अमेरिका में 4743 लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी।
इसमें 3446 लोग अफ्रीकी मूल के अमेरिकी थे। उन्होंने कहा, ‘‘पीट-पीटकर मार डालना (लिंचिंग) मानवता के खिलाफ अपराध और नस्लीय हिंसा के हमारे देश के इतिहास का स्याह पहलू है।’’ डेमोक्रेटिक नेता जुलियन कास्ट्रो ने कहा, ‘‘यह बेहद शर्मनाक बात है कि आपको आपकी कार्रवाई के लिए जवाबदेह बनाया जा रहा है और आप लिंचिंग शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं।’’
पद के कथित दुरुपयोग के लिए ट्रंप को डेमोक्रेटिक दबदबे वाली प्रतिनिधि सभा में महाभियोग का सामना करना पड़ सकता है।