मस्कटः पीएम मोदी ने किए शिव मंदिर के दर्शन, मस्जिद में दुआ मांग भारत के लिए हुए रवाना
By रामदीप मिश्रा | Published: February 12, 2018 03:06 PM2018-02-12T15:06:55+5:302018-02-12T15:18:41+5:30
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को ओमान के व्यापारियों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान उन्होंने ओमानी व्यापारियों को 'नए भारत' में व्यापार करने को आसान बनाने के सरकार के प्रयास के बारे में बताया।
मस्कट, 12 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ओमान की दो दिवसीय यात्रा के दौरान सोमवार को दूसरे दिन मस्कट के शिव मंदिर में भोले नाथ के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। साथ ही मंदिर में पूजा करने के बाद वे सुल्तान कबूस ग्रांड मस्जिद का भी गए, जहां उन्होंने अमन-चैन के लिए दुआ मांगी। यह ओमान की सबसे बड़ी मस्जिद है। सबसे खास बात यह है कि इस मस्जिद को 200 भारतीय मजदूरों की मदद से बनाया गया है और 3 लाख टन भारतीय बालू पत्थर से बनवाई गई है। पीएम मोदी अपनी विदेशी यात्रा पूरी कर भारत के लिए रवाना हो गए।
Oman: Prime Minister Narendra Modi offers prayers at Shiva temple in Muscat pic.twitter.com/Qnfl9f4Sk9
— ANI (@ANI) February 12, 2018
Yet another Indian connection with Oman! PM @narendramodi visited the Sultan Qaboos Grand Mosque in Muscat, which is the biggest mosque in Oman. The mosque is built from 300,000 tonnes of Indian sandstone sculpted by 200 craftsmen from India! pic.twitter.com/Nu0yzFOTHb
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) February 12, 2018
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को ओमान के व्यापारियों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान उन्होंने ओमानी व्यापारियों को 'नए भारत' में व्यापार करने को आसान बनाने (ईज ऑफ डूइिंग बिजनेस) के सरकार के प्रयास के बारे में बताया।
Oman: Prime Minister Narendra Modi meets Indian community outside Shiva temple in Muscat pic.twitter.com/58br6DUSiU
— ANI (@ANI) February 12, 2018
उन्होंने यहां ओमान-भारतीय व्यापारियों की बैठक में लगभग 50 ओमानी मुख्य कार्यकारियों को संबोधित करते हुए कहा, "21वीं शताब्दी के लिए भारत को तैयार करने और वैश्विक विनिर्माण हब बनाने के लिए सुधार के कई कदम उठाए गए हैं।" उन्होंने कहा कि भारत ज्ञान आधारित तकनीकी रूप से संचालित समाज है, जहां ओमानी व्यापारियों के लिए कई अवसर मौजूद हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, "चार दिनों में चार दशों की यात्रा से खाड़ी व पश्चिम एशिया में हमारी स्थिति मजबूत होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने मस्कट में ओमान-भारत व्यापार बैठक के साथ दिन की शुरुआत की जहां भारत को उन्होंने एक आकर्षक गंतव्य बताया।"
तीन-चार वर्षों में सरकार की ओर से बड़े सुधार कार्यक्रमों की ओर इशारा करते हुए, मोदी ने बताया कि ग्लोबल स्टार्ट-अप में भारत ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
ओमान के सुल्तान कबून बिन साद अल साद के साथ रविवार को हुए मुलाकात में मोदी ने ओमान के विकास में भारतीय कामगारों की भूमिका की सराहना की। ओमान में लगभग 8 लाख कामगार रहते हैं और मोदी ने सोमवार को समुदायिक बैठक में खाड़ी दशों को विकास में इन लोगों के योगदान की सराहना की।
पीएम मोदी और सुल्तान के बीच बैठक में भारत और ओमान के बीच 8 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान स्वास्थ्य, आउटर स्पेश, कूटनीति, रक्षा अध्ययन और विश्लेषण के तीन समझौता ज्ञापन पत्र पर भी हस्ताक्षर किए गए। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग एक मुख्य रणनीतिक साझेदानी बनकर उभरा है।
ओमान खाड़ी में भारत का रणनीतिक साझेदार है और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी), अरब लीग और हिंद महासागर रिम संघ (आईओआरए) के बीच मध्यस्त की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
मोदी पश्चिम एशिया और खाड़ी देशों की यात्रा के अंतिम पड़ाव के तहत यहां रविवार शाम को आए थे। इससे पहले उन्होंने फिलिस्तीन और संयुक्त अरब अमीरात(यूएई) की भी यात्रा की थी।
(खबर इनपुट-आईएएनएस)