गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में एक संकल्प पेश किया जिसमें कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 370 के सभी खंड जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं होंगे। इस खबर के बाद पाक मीडिया सहित सैन्य और नागरिक नेतृत्व ने भारत के कश्मीर के कदम को 'गैर-जिम्मेदार, अतार्किक' कहा। पाकिस्तान ने कहा कि इस मामले पर और शत्रुता पैदा हो सकती है।
पाक ने कहा कि भारत कश्मीर में तालाबंदी करता है, मोबाइल इंटरनेट पर संदेह करता है और नेताओं के घर पर जवान खड़े होते हैं। उनकी पहरेदारी की जाती है। "आदेश के अनुसार जनता का कोई आंदोलन नहीं होगा और सभी शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहेंगे।"
इसको लेकर कश्मीर पर पाकिस्तान की बेचैनी किसी से छिपी नहीं रही है। लेकिन अब उसकी ये बेचैनी काफी बढ़ गई है। पाकिस्तान की सरकार से लेकर वहां की मीडिया तक में इसको लेकर शोर है। पाकिस्तान के अखबार कश्मीर में बढ़ रही हलचल की खबरों से पटे पड़े हैं।
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद अनुच्छेद 370 के सभी खंड लागू नहीं होंगे।’’ इससे पहले सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की एक घंटे लंबी बैठक चली। समझा जाता है कि इस बैठक में शीर्ष नेतृत्व ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।