पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बलात्कार के बढ़ते मामलों के चलते आपातकाल लगाने का फैसला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 21, 2022 08:33 AM2022-06-21T08:33:03+5:302022-06-21T08:37:57+5:30
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बढ़ते दुष्कर्म के मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। स्थिति से निपटने के लिए यहां इमरजेंसी लगाने का फैसला किया गया है। यहां रोज चार से पांच दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं।
लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अधिकारियों ने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ यौन शोषण के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर ‘आपातकाल’ घोषित करने का फैसला किया है। पंजाब के गृह मंत्री अता तरार ने रविवार को कहा कि प्रशासन को ‘‘बलात्कार के मामलों से निपटने के लिए आपातकाल घोषित करने’’ के वास्ते मजबूर होना पड़ा है।
मंत्री ने कहा कि प्रांत में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ यौन शोषण के मामलों में तेज वृद्धि समाज और सरकारी अधिकारियों के लिए एक गंभीर मुद्दा है।
‘डॉन’ अखबार के मुताबिक पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, ‘पंजाब में रोजाना बलात्कार के चार से पांच मामले सामने आ रहे हैं, जिसके चलते सरकार यौन उत्पीड़न, दुर्व्यवहार और इस तरह के मामलों से निपटने के लिए विशेष उपायों पर विचार कर रही है।’
कानून मंत्री मलिक मुहम्मद अहमद खान की उपस्थिति में तरार ने कहा कि बलात्कार और कानून व्यवस्था पर कैबिनेट समिति द्वारा सभी मामलों की समीक्षा की जाएगी और ऐसी घटनाओं पर नजर रखने के लिए नागरिक संस्थाओं, महिला अधिकार संगठनों, शिक्षकों और वकीलों से भी परामर्श किया जाएगा।
तरार ने अभिभावकों से अपने बच्चों को सुरक्षा के महत्व के बारे में बताने का भी आग्रह किया और कहा कि बच्चों को बिना निगरानी के अपने घरों में अकेला नहीं छोड़ा जाना चाहिए। मंत्री ने कहा कि कई मामलों में आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और यौन उत्पीड़न के बारे में स्कूलों में छात्रों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बलात्कार की घटनाओं पर रोक के लिए सरकार ने विभिन्न मुहिम शुरू की है।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि पंजाब फोरेंसिक साइंस एजेंसी की भूमिका को फास्ट ट्रैक आधार पर डीएनए के नमूने की जांच के लिए और बेहतर बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि लैब के अधिकारियों के साथ एक बैठक भी निर्धारित की गई है।
एक सवाल के जवाब में मंत्री ने इस बात पर भी चिंता जताई कि बड़े स्कूलों और कॉलेजों में ड्रग्स लेना एक फैशन बन गया है और इससे भी अपराध के ग्राफ में वृद्धि हुई है।