पाकिस्तान के अस्पताल का अजब मामला, सुरक्षा गार्ड ने कर दिया महिला मरीज का ऑपरेशन, मौत
By वैशाली कुमारी | Published: June 8, 2021 04:00 PM2021-06-08T16:00:55+5:302021-06-08T16:13:29+5:30
पाकिस्तान के लाहौर के एक अस्पताल में सुरक्षा गार्ड ने ही महिला मरीज का ऑपरेशन कर दिया। दो हफ्ते बाद रविवार को मरीज की मौत हो गई।
लाहौर: पाकिस्तान के एक अस्पताल में सुरक्षा गार्ड द्वारा महिला मरीज का ऑपरेशन करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस महिला की बाद में रविवार को मौत हो गई है। स्थानीय पुलिस ने ये जानकारी दी है।
महिला का नाम शमीमा बेगम था और उनकी उम्र 80 साल थी। सामने आई जानकारी के मुताबिक मोहम्मद वाहीद बट्ट नाम के शख्स ने कुछ दिन पहले एक सरकारी अस्पताल में शमीमा बेगम की पीठ में हुए घाव के इलाज के लिए ऑपरेशन किया। इसी के दो हफ्ते बाद शमीमा बेगम की मौत हो गई।
वहीं, लाहौर के मेयो अस्पताल के एक प्रशासनिक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह एक बड़ा अस्पताल है। उन्होंने कहा कि हर डॉक्टर और कोई यहां हर समय क्या कर रहा है, हम उस पर नजर नहीं रख सकते।
साथ ही उन्होंने कहा कि ये अभी साफ नहीं है कि उस गार्ड (मोहम्मद वाहीद बट्ट) ने ऑपरेशन थियेटर में किस तरह की सर्जरी की थी। हैरान करने वाली बात ये भी है कि ऑपरेशन के समय एक योग्यता प्राप्त तकनीशियन भी मौजूद था।
ऑपरेशन से पहले गार्ड ने परिजनों से पैसे भी लिए
ये बात सामने आई है कि बेगम के परिवार ने ऑपरेशन और बाद में दो बार घर जाकर मरहम-पट्टी के लिए बट को पैसे भी दिए थे। हालांकि जब मरीज से ज्यादा खून बहने लगा और दर्द काफी बढ़ गया तो परिवार उन्हें लेकर दोबार अस्पताल पहुंचा। वहां पहुंचकर उन्हें पता चला कि आखिर उनके साथ क्या धोखेबाजी हुई है।
शमीमा बेगम के शव को पोस्टमार्ट के लिए रखा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनकी मृत्यु असफल सर्जरी या उससे हुई जटिलताओं का परिणाम थी या नहीं।
वहीं, लाहौर पुलिस के प्रवक्ता अली सफदर ने बताया है कि आरोपी को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। ये बात भी सामने आई है कि बट पहले भी खुद को डॉक्टर के तौर पर पेश कर अन्य रोगियों के घर का दौरा कर चुका है।
मायो अस्पताल के एक कर्मचारी के अनुसार बट को दो साल पहले भी मरीजों से पैसे वसूलने की कोशिश के आरोप में अस्पताल से निकाला गया था।
पाकिस्तान में पहले भी आते रहे हैं ऐसे मामले
इससे पहले मई में एक व्यक्ति को लाहौर जनरल अस्पताल में खुद को डॉक्टर के रूप में पेश करने और सर्जिकल वार्ड में मरीजों से पैसे वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
ऐसे 2016 में भी एक चौंकाने वाला मामला सामने आया था जब एक महिला ने खुद को न्यूरोसर्जन के तौर पर पेश करते हुए लाहौर के सर्विस अस्पताल में करीब 8 महीनों तक अन्य योग्य डॉक्टरों के साथ मिलकर कई ऑपरेशन किए थे। लाहौर का सर्विस अस्पताल पाकिस्तान में दूसरा बड़ा अस्पताल है।