पाकिस्तान: बाढ़ से मरने वालों की संख्या पहुंची 1000 के पार, सेना ने राहत कार्य में झोंकी पूरी ताकत
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 28, 2022 03:48 PM2022-08-28T15:48:33+5:302022-08-28T15:57:54+5:30
पाकिस्तान में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ की वजह से जून के मध्य से अब तक लगभग 1,000 लोगों की मौत हो चुकी है। पाक सरकार ने कहा है कि बारिश और बाढ़ के कारण देश में "गंभीर जलवायु आपदा" की स्थिति पैदा हो गई है।
इस्लामाबाद: आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान में बाढ़ ने ऐसा विकराल रूप दिखाया है कि जून के मध्य से अब तक बाढ़ से मरने वालों की संख्या 1,000 के पार चली गई है। इस संबंध में पाक के जलवायु मंत्री ने रविवार को कहा देश इस समय घातक मानसून के आगे लाचार है, बारिश और बाढ़ के कारण पाकिस्तान में "गंभीर जलवायु आपदा" पैदा हो गई है।
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक भारी बारिश से अचानक आई बाढ़ के कारण कई गांवों और खेतों में लगी फसलें बह गई हैं। वहीं पाक सेना और बचावकर्मी दिनरात बाढ़ में फंसे हुए लोगों को राहत शिविरों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। सरकारी और गैर सरकारी संगठनों द्वारा राहत शिविरों में पहुंचे हजारों विस्थापित को भोजन मुहैया कराया जा रहा है।
इस संबंध में पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि इस साल जून के मध्य से अब तक खराब मानसून के कारण खैबर पख्तूनख्वा और दक्षिणी सिंध प्रांतों में बाढ़ और बारिश के कारण मरने वालों की संख्या 1,033 के पार हो गई है।
बाढ़ से पैदा हुए हालात के बारे में पाकिस्तानी सीनेटर और देश के शीर्ष जलवायु अधिकारी शेरी रहमान ने कहा कि पाकिस्तान इस दशक के सबसे भयानक "जलवायु आपदा" का सामना कर रहा है। बाढ़ की तबाही से सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है और लोगों के काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रहमान ने कहा, “हम मौजूदा भयानक हालात में बाढ़ प्रभावित ग्राउंड जीरो पर हैं। गर्मी, जंगल की आग, कई ग्लेशियर के पिघलने के कारण अचानक आई बाढ़ के कारण पाकिस्तान इस समय अविश्वसनीय प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है। विनाशकारी मानसून के कारण पूरे देश में कहर बरपा है और इससे पाकिस्तान की आर्थिक परेशानियों में और इजाफा होगा।"
उन्होंने तुर्की के समाचार आउटलेट टीआरटी वर्ल्ड से बात करते हुए कहा, "जब तक बारिश कम होगी तब तक पाकिस्तान का एक चौथाई या कम से कम एक तिहाई हिस्सा पानी बाढ़ के पानी में डूब सकता है।" शेरी रहमान ने कहा “यह कुछ ऐसा है, जिसे निश्चित तौर पर एक वैश्विक संकट कहा जा सकता है। इसलिए हमें इससे जूझने के लिए जमीन पर बेहतर योजना बनानी होगी ताकि हम विनाशकारी बाढ़ से पाकिस्तान के ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचा सकें।”
मालूम हो कि पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात नदी में आई बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। बताया जा रहा है कि बाढ़ से अब तक लगभग दस हजार से ज्यादा लोगों पर सीधे असर पड़ा है। खैबर पख्तूनख्वा के चारसद्दा और नौशहर जिलों में विशेष रूप से बाढ़ के कारण लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।
पाक फौज लगातार बाढ़ में फंसे लोगों को उनके घरों से निकालकर सरकारी भवनों में स्थापित राहत शिविरों तक पहुंचा रही है। वहीं कुछ लोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकलकर सड़कों के किनारे शरण लिये हुए हैं। पाकिस्तान सरकार का कहना है कि अभूतपूर्व बाढ़ के कारण देश के सभी चार प्रांतों पर बुरा प्रभाव पड़ है।
पाकिस्तान के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ के कारण अब तक लगभग 3,00,000 ज्यादा घर नष्ट हो चुके हैं। वहीं कई सड़कें पानी में डूबी हुई हैं और बिजली की व्यवस्था चरमराने के कारण लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।