Pakistan: प्रधानमंत्री बनते ही शाहबाज शरीफ ने फिर उठाया कश्मीर और फिलीस्तीन का मुद्दा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 4, 2024 03:32 PM2024-03-04T15:32:49+5:302024-03-04T15:36:08+5:30
पाकिस्तानी नेता शाहबाज शरीफ ने मुल्क के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद दिए भाषण में 'कश्मीर को आजादी दिलाने' का आह्वान किया।
इस्लामाबाद:पाकिस्तानी नेता शाहबाज शरीफ ने मुल्क के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद दिए भाषण में 'कश्मीर को आजादी दिलाने' का आह्वान किया। शाहबाज शरीफ ने अपील की कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कश्मीर और फिलीस्तीन की आजादी को लेकर प्रस्ताव पारित करना चाहिए। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अलवी ने शाहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलायी।
पाकिस्तान मुस्लीम लीग (नवाज) के नेता शाहबाज शरीफ इसके पहले भी अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। इमरान खान की सरकार के अल्पमत में आने के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) एवं अन्य दलों ने मिलकर सरकार बनायी थी।
आठ फरवरी 2024 को पाकिस्तान में हुए आम चुनाव में किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं प्राप्त हुआ। पाकिस्तान की 336 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में पीएमएलएन को आम चुनाव में 75 सीटों पर जीत मिली थी। पीपीपी को 54 सीटों पर जीत मिली थी। पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 93 सीटों पर जीत हासिल की। हालांकि चुनाव के बाद कई स्वतंत्र उम्मीदवारों ने पीएमएलएन एवं पीपीपी में शामिल हो गए थे।
पीएमएलएन और पीपीपी इत्यादि दलों ने मिलकर गठबंधन सरकार बनायी है। विश्वास मत के दौरान शाहबाज शरीफ के नेतृत्व वाले गठबंधन को 201 सांसदों का समर्थन प्राप्त है। पीटीआई समर्थित उम्मीदवार उमर अयूब खान को 92 वोट प्राप्त हुए।
शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के भाई हैं। नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने ताजा चुनावों के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले चुकी हैं।
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ (पीटीआई) की मान्यता रद्द कर दी थी। इमरान खान को पीएम के रूप में मिले उपहार को गैरकानूनी रूप से बेचने और गोपनीय जानकारी को सार्वजनिक करने के आरोप में जेल हो चुकी है।
इमरान समर्थकों ने स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर नेशनल असेंबली चुनाव लड़ा था। इमरान खान के समर्थकों का दावा है कि पीटीआई द्वारा समर्थित उम्मीदवार सबसे बड़े दल हैं।