ऑक्सफोर्ड, एस्ट्राजेनेका कोरोना वायरस के टीका पर परीक्षण को करेगा बहाल, दुनियाभर में करीब 18,000 लोगों को दिया
By भाषा | Published: September 12, 2020 09:02 PM2020-09-12T21:02:55+5:302020-09-12T21:02:55+5:30
‘‘इस तरह के बड़े परीक्षण में आशंका रहती है कि कुछ भागीदार अस्वस्थ होंगे और हर मामले का सावधानी पूर्वक मूल्यांकन कर सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।’’
लंदनः ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने कहा है कि औषधि कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ कोरोना वायरस का टीका विकसित करने के लिए परीक्षण को वह बहाल करेगा।
ब्रिटेन में एक मरीज में टीका का दुष्प्रभाव सामने आने के बाद परीक्षण को रोक दिया गया था। विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा है ,‘‘इस तरह के बड़े परीक्षण में आशंका रहती है कि कुछ भागीदार अस्वस्थ होंगे और हर मामले का सावधानी पूर्वक मूल्यांकन कर सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।’’ बयान में कहा गया है कि परीक्षण के तहत दुनियाभर में करीब 18,000 लोगों को यह टीका दिया गया है।
परीक्षण में भाग लेने वाले व्यक्ति की गोपनीयता बनाए रखने की वजह से मरीज की अस्वस्थता के बारे में सूचनाओं का खुलासा नहीं किया गया है। हालांकि, जोर दिया गया है कि वह अपने अध्ययन में सर्वश्रेष्ठ मानकों को अपनाते हुए भागीदारों की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है और सुरक्षा को लेकर लगातार गहराई से मूल्यांकन किया जाएगा।
भारतीय मूल की प्रोफेसर की कंपनी का कोविड-19 टीका विकसित करने के लिये भारतीय कंपनी से करार
भारतीय मूल की प्रोफेसर की ऑक्सफोर्ड स्थित कंपनी ने मंगलवार को कहा कि उसकी भारतीय साझेदार कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआईपीएल) ने कोविड-19 के लिये नोवेल वायरस जैसे कणों (वीएलपी) टीके का परीक्षण शुरू कर दिया है, जिसमें महामारी से निपटने की क्षमता है।
स्पाइ बायोटेक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा सह-संस्थापक प्रोफेसर सूमी बिस्वास ने कहा कि वीएलपी के पहले और दूसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया गया है। स्पाइ बायोटेक ने कहा कि उसने ऑस्ट्रेलिया में किये गए शोध के आधार पर टीका विकसित करने के लिये एसआईआईपीएल के साथ विशेष वैश्विक लाइसेंस समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं।