Nobel Prize For Chemistry: मौंगी बावेंडी, लुईस ब्रूस और एलेक्सी एकिमोव को रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: October 4, 2023 03:57 PM2023-10-04T15:57:36+5:302023-10-04T15:58:55+5:30
सूक्ष्म क्वांटम डॉट्स पर काम के लिए वैज्ञानिकों मौंगी बावेंडी, लुईस ब्रूस और एलेक्सी एकिमोव को रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। नोबेल पुरस्कार में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10 लाख अमेरिकी डॉलर) का नकद इनाम दिया जाता है।

(Pic: Nobel Prize)
Nobel Prize For Chemistry: रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। सूक्ष्म क्वांटम डॉट्स पर काम के लिए वैज्ञानिकों मौंगी बावेंडी, लुईस ब्रूस और एलेक्सी एकिमोव को रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
क्वांटम डॉट्स जिसे क्यूडी के रूप में जाना जाता है, अविश्वसनीय रूप से छोटे नैनोकण हैं। इस वर्ष के रसायन विज्ञान पुरस्कार विजेता लुईस ब्रूस और एलेक्सी एकिमोव 1980 के दशक की शुरुआत में एक-दूसरे से स्वतंत्र रूप से क्वांटम डॉट्स बनाने में सफल रहे थे। ये नैनोकण इतने छोटे हैं कि क्वांटम प्रभाव उनकी विशेषताओं को निर्धारित करते हैं। इस क्रांतिकारी तकनीक ने उद्योगों में नवाचारों को बढ़ाया है जिससे उत्पादन की गुणवत्ता पर पर भी प्रभाव पड़ा है।
Nobel Prize 2023 in Chemistry awarded to Moungi G. Bawendi, Louis E. Brus and Alexei I. Ekimov “for the discovery and synthesis of quantum dots.”
— ANI (@ANI) October 4, 2023
(Pic: Nobel Prize) pic.twitter.com/LOm3izFmOW
इससे पहले भौतिकी का नोबेल पुरस्कार इस बार उन तीन वैज्ञानिकों को देने की घोषणा की गई , जिन्होंने सेकेंड के सबसे छोटे हिस्से में परमाणुओं में इलेक्ट्रॉन की गतिविधियों का अध्ययन किया। उनके इस अनुसंधान से बीमारियों के निदान एवं बेहतर इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लाभ मिल सकता है। अमेरिका में ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी के पियरे अगस्टीनी, जर्मनी में मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट ऑफ क्वांटम ऑप्टिक्स तथा लुडविग मैक्सिमिलियन यूनिवर्सिटी ऑफ म्यूनिक के फेंरेस क्रौस और स्वीडन स्थित लुंड यूनिवर्सिटी की एने लुइलिये को भौतिकी के क्षेत्र में योगदान के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
इस बार चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार काटालिन कारिको और ड्रयू वीसमैन को कोविड-19 से लड़ने के लिए एमआरएनए टीकों के विकास से संबंधित उनकी खोजों के लिए प्रदान किया जाएगा। हंगरी में जन्मी कारिको वहां की सेज्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं, वहीं पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाती हैं। अमेरिकी नागरिक वीसमैन ने पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में कारिको के साथ यह अनुसंधान किया। कारिको (68) चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीतने वाली 13वीं महिला हैं। वह बायोएनटेक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष थीं। इसी कंपनी ने कोविड-19 के एक टीके के उत्पादन के लिए फाइजर कंपनी के साथ साझेदारी की थी।
नोबेल पुरस्कार में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10 लाख अमेरिकी डॉलर) का नकद इनाम दिया जाता है। यह धन पुरस्कार के संस्थापक स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल की संपत्ति में से दिया जाता है जिनका 1896 में निधन हो गया था। नोबेल शांति पुरस्कार शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा नौ अक्टूबर को की जाएगी।