चिकित्सा क्षेत्र के नोबेल प्राइज का ऐलान, इस बीमारी की थेरेपी ढूंढ़ने के लिए दो हस्तियों को मिलेगा नोबेल
By जनार्दन पाण्डेय | Published: October 1, 2018 04:45 PM2018-10-01T16:45:18+5:302018-10-01T19:05:29+5:30
Nobel Prize 2018 award for medicine: नोबेल पुरस्कारों के इतिहास में पहली दफा इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार किसी को नहीं दिया जाएगा। बाकी के चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, शांति और अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा शुरू हो चुकी है।
वाशिंगटन, 1 अक्टूबरः नोबेल पुरस्कार 2018 के अवार्ड की घोषणाओं का आगाज हो गया है। इस साल चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल प्राइज के लिए दो हस्तियों को चुना गया है। द नोबेल प्राइज के ट्विटर अकाउंट से सोमवार को इसकी जानकारी दी गई। ट्वीट के मुताबिक जेम्स पी एलिसन और तसुकु होंजो को कैंसर थेरेपी के क्षेत्र में विशेष खोज के लिए इस साल का चिकित्सा के क्षेत्र का नोबेल संयुक्त रूप से दिया जाएगा। आगामी 8 अक्टूबर तक सभी नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी।
जानकारी के अनुसार इन दोनों हस्तियों ने कैंसर के दौरान शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को घटाने वाले तत्वों से लड़ने वाली थेरेपी को विकसित किया है। द नोबेल प्राइज के ट्विटर अकाउंट ने इस थेरेपी को नेगेटिव इम्यून रेगुलेशन का नाम दिया।
जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी टैक्सास एमडी एंडरसन कैंसर सेंटर के प्रोफेसर जेम्स पी एलिसन ने अपने अध्ययनों में एक ऐसे प्रोटीन के बारे में जानकारी दी जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित कारकों का इलाज करता है। इसके अलावा क्योटो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर तसुक होंजो ने भी इसी से मिलते-जुलते गुणों वाले एक प्रोटीन की खोज की है।
उन्होंने अपने शोधों में यह पाया कि एक खास किस्म का प्रोटीन रोग प्रतिरोधक कोशिकाओं को कैंसर के ट्यूमर तक पहुंचने से रोकता है। इससे कैंसर के मरीजों को कैंसर लड़ने में काफी सहायता मिल जाती है।
नोबेल पुरस्कार मिलने की खुशी के बाद क्योटो यूनिवर्सिटी के प्रो. तसुक होंजो ने अपनी टीम के साथ एक तस्वीर भी शेयर की है। इसमें वह अपने टीम के साथ खुशी का इजहार कर रहे हैं।
Just in! Nobel Laureate Tasuku Honjo, surrounded by his team at Kyoto University, immediately after hearing the news that he had been awarded the 2018 #NobelPrize in Physiology or Medicine. pic.twitter.com/8TdlnXiSLe
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 1, 2018
This year’s Medicine Laureate Tasuku Honjo was born in 1942 in Kyoto, Japan.
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 1, 2018
Since 1984 he has been a professor at Kyoto University @KyotoU_News#NobelPrizepic.twitter.com/ah6j3w3Vuf
#NobelPrize laureate James P. Allison was born in 1948 in Alice, Texas, USA.
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 1, 2018
He is a professor at University of Texas MD Anderson Cancer Center, Houston, Texas @MDAndersonNews and affiliated with the Parker Institute for Cancer Immunotherapy @parkericihttps://t.co/JPReP78vKhpic.twitter.com/r2swkj9jKe
BREAKING NEWS
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 1, 2018
The 2018 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded jointly to James P. Allison and Tasuku Honjo “for their discovery of cancer therapy by inhibition of negative immune regulation.” pic.twitter.com/gk69W1ZLNI
"We can cure cancer with it" - Klas Kärre, member of the Nobel Committee, on the life-changing possibilities of this year's #NobelPrize awarded discovery. pic.twitter.com/ar4UyhuQ7h
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 1, 2018
उल्लेखनीय है कि नोबेल पुरस्कारों के इतिहास में पहली दफा इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार किसी को नहीं दिया जाएगा। बाकी के चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, शांति और अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा शुरू हो चुकी है। यह पुरस्कार डायनामाइट के आविष्कारक एल्फ्रेड नोबेल की याद में हर साल दिए जाते हैं।