Niger Crisis: विदेश मंत्रालय ने भारत ने नागरिकों को 'जितनी जल्दी हो सके' अफ्रीकी देश छोड़ने को कहा
By रुस्तम राणा | Published: August 11, 2023 05:31 PM2023-08-11T17:31:44+5:302023-08-11T17:31:44+5:30
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "भारत सरकार नाइजर में चल रहे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रही है। मौजूदा स्थिति के मद्देनजर, जिन भारतीय नागरिकों की उपस्थिति आवश्यक नहीं है, जितनी जल्दी हो सके उन्हें देश छोड़ने की सलाह दी जाती है।"
नई दिल्ली: भारत सरकार ने 11 अगस्त को अफ्रीकी देश की स्थितियों का हवाला देते हुए सभी भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द नाइजर छोड़ने की सलाह दी। इसके अलावा, विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को स्थिति सामान्य होने तक अपनी यात्रा योजनाओं पर पुनर्विचार करने की भी सलाह दी है।
समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "भारत सरकार नाइजर में चल रहे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रही है। मौजूदा स्थिति के मद्देनजर, जिन भारतीय नागरिकों की उपस्थिति आवश्यक नहीं है, जितनी जल्दी हो सके उन्हें देश छोड़ने की सलाह दी जाती है।" बागची ने आगे कहा, "भारतीय नागरिक ध्यान रखें कि हवाई क्षेत्र वर्तमान में बंद है। भूमि सीमा से प्रस्थान करते समय, सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सावधानी बरती जा सकती है।"
उन्होंने कहा, "जो लोग आने वाले दिनों में नाइजर की यात्रा की योजना बना रहे हैं, उन्हें भी स्थिति सामान्य होने तक अपनी यात्रा योजनाओं पर पुनर्विचार करने की सलाह दी जाती है..."
#WATCH | MEA spokesperson Arindam Bagchi says, "Government of India is closely monitoring ongoing developments in Niger. In light of the prevailing situation, Indian nationals whose presence is not essential are advised to leave the country as soon as possible. They may bear in… pic.twitter.com/vjqzqxdyY2
— ANI (@ANI) August 11, 2023
विवरण के अनुसार, नाइजर के कमजोर लोकतंत्र को बहाल करने के लिए सैनिकों की तैनाती के आदेश के बाद नाइजर के नए सैन्य शासन और पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्रीय ब्लॉक के बीच तनाव पैदा हो रहा है। गुरुवार को, इकोवास (ECOWAS) ब्लॉक ने कहा कि उसने अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद बज़ौम को बहाल करने की रविवार की समय सीमा समाप्त होने के बाद नाइजर में संवैधानिक व्यवस्था बहाल करने के लिए एक 'अतिरिक्त बल' का निर्देश दिया था।
समाचार एजेंसी एपी की शुक्रवार की रिपोर्ट के अनुसार, दो पश्चिमी अधिकारियों ने कहा था कि नाइजर के जुंटा ने एक शीर्ष अमेरिकी राजनयिक से कहा था कि अगर पड़ोसी देशों ने उनके शासन को बहाल करने के लिए किसी भी सैन्य हस्तक्षेप का प्रयास किया तो वे बज़ौम को मार देंगे।
हालाँकि यह स्पष्ट नहीं है कि बल कब और कहाँ तैनात होगा और 15-सदस्यीय ब्लॉक के कौन से देश इसमें योगदान देंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, इसमें नाइजीरिया के नेतृत्व में लगभग 5,000 सैनिक शामिल होंगे और कुछ ही हफ्तों में तैयार हो सकते हैं।
इस बीच, पड़ोसी आइवरी कोस्ट के राष्ट्रपति अलासेन औटारा ने इकोवास बैठक के बाद कहा था कि उनका देश नाइजीरिया और बेनिन के साथ सैन्य अभियान में भाग लेगा।