नेपाली शेरपा गाइड कामी रीता ने 28 वीं बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की, अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 23, 2023 02:35 PM2023-05-23T14:35:31+5:302023-05-23T14:37:40+5:30
कामी रीता ने पहली बार मई 1994 में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी। 1994 से 2023 के बीच उन्होंने एवरेस्ट पर 27 बार चढ़ाई की है। इसके अलावा के2 और ल्होत्से को एक बार, मनास्लु को तीन बार और चो ओयू को आठ बार फतह किया है।

नेपाली शेरपा गाइड कामी रीता ने बनाया अद्भुत रिकॉर्ड
नई दिल्ली: दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर एक बार पहुंचना ही किसी भी पर्वतारोही के लिए सपना पूरा होने जैसा होता है। लेकिन नेपाली शेरपा गाइड कामी रीता शेरपा ने एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया है जो कोई सपने में भी नहीं सोच सकता। कामी रीता शेरपा ने मंगलवार, 23 मई को 28 वीं बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की।
माउंट एवरेस्ट पर पर्वतारोहण के लिए अभियान आयोजन कंपनी सेवन समिट ट्रेक ने बताया कि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर सबसे अधिक बार चढ़ाई करने का रिकॉर्ड बनाने वाले कामी रीता शेरपा ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया।
सेवन समिट ट्रेक ने कहा, "आज सुबह 9:23 बजे कामी रीता शेरपा ने सेवेन समिट ट्रेक्स एवरेस्ट एक्सपेडिशन 2023 के एक भाग के रूप में अविश्वसनीय 28वीं बार माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की।"
कामी रीता शेरपा की इस सीजन माउंट एवरेस्ट की दूसरी चढ़ाई थी। इससे पहले उन्होंने 17 मई, 2023 को चोटी पर चढ़ाई की थी। कामी रीता शेरपा नेपाल के सोलुखुम्बु में थमे गांव के मूल निवासी हैं। वह सेवन समिट ट्रेक्स में सीनियर गाइड के रूप में काम कर रहे हैं और उन्होंने अपना जीवन पर्वतारोहण के लिए समर्पित कर दिया है। 2 जनवरी, 1970 को जन्मे कामी रीता शेरपा ने छोटी उम्र से ही चढ़ाई करने का गहरा जुनून विकसित कर लिया था और दो दशकों से अधिक समय से वे पहाड़ों की चढ़ाई कर रहे हैं।
उनकी पर्वतारोहण यात्रा 1992 में शुरू हुई जब वे सहायक स्टाफ सदस्य के रूप में एवरेस्ट के अभियान में शामिल हुए। तब से कामी रीता कई अभियानों पर गाइड के रूप में एवरेस्ट को फतह कर चुके हैं। कामी रीता के2, चो ओयू, ल्होत्से और मनासलू सहित अन्य दुर्जेय चोटियों पर भी सफलता पूर्वक चढाई कर चुके हैं।
कामी रीता ने पहली बार मई 1994 में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी। 1994 से 2023 के बीच उन्होंने एवरेस्ट पर 27 बार चढ़ाई की है। इसके अलावा के2 और ल्होत्से को एक बार, मनास्लु को तीन बार और चो ओयू को आठ बार फतह किया है।