Nepal landslide: भूस्खलन से दो यात्री बस बहकर त्रिशूली नदी में जा गिरी, 5 दर्जन से ज्यादा लोग लापता होने की आशंका
By मनाली रस्तोगी | Updated: July 12, 2024 10:07 IST2024-07-12T10:04:57+5:302024-07-12T10:07:06+5:30
मॉनसून सीजन की शुरुआत के बाद से पिछले चार हफ्तों में पूरे नेपाल में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 74 लोगों की मौत हो गई है और 80 अन्य घायल हो गए हैं।

Photo Credit: ANI
Nepal landslide: मध्य नेपाल में मदन-अश्रित राजमार्ग पर शुक्रवार को भूस्खलन से कम से कम 63 यात्रियों को ले जा रही दो बसें त्रिशूली नदी में बह गईं। घटना के बाद कम से कम पांच दर्जन लोगों के लापता होने की आशंका है। आधिकारिक रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि बस त्रिशुली नदी में बह गई है, जिससे खोज और बचाव अभियान में बाधा आ रही है।
गणपति डीलक्स पर सवार तीन यात्री वाहन से कूदकर भागने में सफल रहे। पुलिस अधीक्षक भावेश रिमल ने बताया कि नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल के जवान बचाव अभियान के लिए घटना स्थलों की ओर जा रहे हैं। विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन से आए मलबे ने नारायणघाट-मुगलिंग सड़क खंड पर यातायात बाधित कर दिया है।
A landslide swept two buses carrying an estimated 63 passengers, on Madan-Ashrit Highway in Central Nepal into the Trishuli River, this morning.
— ANI (@ANI) July 12, 2024
(Source: Road Division Office, Bharatpur, Nepal) https://t.co/1LZ1qYcXcQpic.twitter.com/1xSFDB5uZY
इंडिया टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, चितवन के मुख्य जिला अधिकारी इंद्रदेव यादव ने मीडिया से पुष्टि की, "प्रारंभिक जानकारी के अनुसार दोनों बसों में बस चालकों सहित कुल 63 लोग सवार थे। सुबह करीब साढ़े तीन बजे भूस्खलन से बसें बह गईं। हम घटना स्थल पर हैं और तलाशी अभियान जारी है। लगातार बारिश के कारण लापता बसों की तलाश के हमारे प्रयासों में बाधा आ रही है।"
भूस्खलन की स्थिति पर नेपाल के प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
नारायणगढ-मुग्लिन सडकखण्डको सिमतालमा पहिरोले बस बगाउँदा झण्डै पाँच दर्जन यात्रु बेपत्ता एवं देशका विभिन्न भागमा बाढी पहिरोका कारण भएको धनजनको क्षतिप्रति गहिरो दुख व्यक्त गर्दछु। यात्रुहरूको खोजी एवं प्रभावकारी उद्धारका लागि गृह प्रशासन लगायत सरकारका सबै निकायलाई निर्देशित गर्दछु।
— ☭ Comrade Prachanda (@cmprachanda) July 12, 2024
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने एक्स पर पोस्ट किया, "नारायणगढ़-मुग्लिन सड़क खंड पर भूस्खलन के कारण बस बह जाने से लगभग पांच दर्जन यात्रियों के लापता होने और देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण संपत्तियों के नुकसान की खबरों से मुझे गहरा दुख हुआ है। मैं गृह प्रशासन सहित सरकार की सभी एजेंसियों को यात्रियों की खोज करने और उन्हें प्रभावी ढंग से बचाने का निर्देश देता हूं।"
प्रतिकूल मौसम के कारण उड़ानें रद्द
मौसम खराब रहने के कारण काठमांडू से भरतपुर, चितवन की सभी उड़ानें दिन भर के लिए रद्द कर दी गई हैं।
सर्च ऑपरेशन जारी
मध्य नेपाल में मदन-अश्रित राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण लगभग 63 यात्रियों को ले जा रही दो बसें त्रिशूली नदी में बह जाने के बाद बचाव और खोज अभियान जारी है।
नेपाल में बारिश जनित घटनाओं में 74 लोगों की मौत
नेपाल पुलिस मुख्यालय द्वारा सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि मानसून के मौसम की शुरुआत के बाद से पिछले चार हफ्तों में पूरे नेपाल में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 74 लोगों की मौत हो गई है और 80 अन्य घायल हो गए हैं। मानसून से संबंधित इन मौतों का प्राथमिक कारण भूस्खलन, बाढ़ और बिजली गिरना है।
#WATCH | Rescue and search operation underway after two buses carrying around 63 passengers were swept away into the Trishuli River due to a landslide on the Madan-Ashrit Highway in Central Nepal this morning.
— ANI (@ANI) July 12, 2024
(Source: Purushottam Thapa, DIG of the Armed Police Force, Nepal) pic.twitter.com/OqhYc6C6wz
केंद्रीय पुलिस प्रवक्ता उप महानिरीक्षक दान बहादुर कार्की ने बताया कि 10 जून से सोमवार तक देशभर में हुई बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में 74 लोगों की मौत हो गई है, 80 घायल हो गए हैं और पांच लोग लापता हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि घायलों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
भारी बारिश और उसके बाद बाढ़ और भूस्खलन से संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है। भूस्खलन और बाढ़ के कारण अब तक 86 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भारी बारिश के कारण पूरे नेपाल में जनजीवन प्रभावित हुआ है और बचाव एवं राहत कार्यों में 5,000 पुलिस कर्मियों को लगाया गया है।
मानसून संबंधी आपदाओं के कारण होने वाली क्षति 95 मिलियन रुपये से अधिक के बराबर है। प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने सभी राज्य तंत्रों को मानसून बाढ़, भूस्खलन और बाढ़ से प्रभावित जीवन की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है।
रविवार को सिंघा दरबार स्थित नियंत्रण कक्ष में एक ब्रीफिंग के दौरान प्रधानमंत्री ने सभी राज्य एजेंसियों को इन प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित नागरिकों के लिए बचाव और राहत प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने सभी नागरिकों से संभावित आपदाओं के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया और राजनीतिक दलों, नागरिक समाजों और सामाजिक संगठनों से आपदा जोखिमों को कम करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग करने का आह्वान किया।