कोविड टीकाकरण 'ब्रांडों की लड़ाई' में बदला, जहां उपलब्धता पर भारी है प्रभावशीलता

By भाषा | Updated: June 21, 2021 15:37 IST2021-06-21T15:37:58+5:302021-06-21T15:37:58+5:30

Kovid vaccination turns into a 'battle of brands', where effectiveness weighs heavily on availability | कोविड टीकाकरण 'ब्रांडों की लड़ाई' में बदला, जहां उपलब्धता पर भारी है प्रभावशीलता

कोविड टीकाकरण 'ब्रांडों की लड़ाई' में बदला, जहां उपलब्धता पर भारी है प्रभावशीलता

केटी एटवेल, वरिष्ठ व्याख्याता, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय; लारा मैकेंज़ी, रिसर्च फेलो, स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय और सामंथा कार्लसन, पोस्ट डॉक्टरल

पर्थ (ऑस्ट्रेलिया), 21 जून (द कन्वरसेशन) जब हम 2020 में एक कोविड-19 वैक्सीन के लिए घूम रहे थे, तो यह एक घुड़दौड़ जैसा था। हमने खुद से पूछा कि कौन सा टीका सबसे पहले मिलेगा, और कितनी जल्दी। फिर, जैसे ही कई टीकों ने क्लिनिकल ट्रायल्स के बाद मैदान में कदम रखा तो दौड़ का उद्देश्य जल्दी से बदलकर बेहतर प्रभावकारिता और सुरक्षा की तरफ मुड़ गया।

2021 तक आगे बढ़ें, कई सुरक्षित और प्रभावी टीकों को मंजूरी मिलने के साथ, दुनिया के कुछ हिस्सों में टीके के ब्रांड को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि आप कौन से ब्रांड का टीका चाहते हैं, या प्राप्त कर सकते हैं।

अमेरिका में, युवा टीकाकरणकर्ता सोशल मीडिया पर अपनी वैक्सीन के बारे में बढ़ चढ़कर बात करते हुए पोस्ट करते हैं, ‘‘केवल हॉट लोगों को फाइजर वैक्सीन मिलती है’’।

ब्रिटेन में, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को देशभक्ति से जोड़कर देखा जा रहा है और इसके साथ-साथ इसकी लाभ न कमाने की नीति लोगों को भावनात्मक रूप से इस वैक्सीन को लगवाने के लिए प्रेरित करती है। हालांकि कुछ उपभोक्ता फाइजर वैक्सीन को पसंद करते हैं।

हंगरी में, भयंकर शीत युद्ध की राजनीति फिर से शुरू हो गई है क्योंकि उपभोक्ता पूर्व या पश्चिम में विकसित टीका लगवा सकते हैं।

ऑस्ट्रेलिया में, हमने कुछ अलग देखा है। अप्रैल में 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों के एस्ट्राजेनेका वैक्सीन से दूर जाने के बाद से, ब्रांड प्राथमिकताएं वैक्सीन की प्रभावकारिता की बजाय सुरक्षा बन गईं।

हालांकि, हमारे शोध के डेटा वर्तमान में सहकर्मी-समीक्षा के अंतर्गत हैं, अन्य जगहों की रिपोर्ट से पता चलता है कि युवा और अपात्र लोग अभी भी कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें जो भी टीका मिल जाए वह उसे लगवा लें।

फ्लू के टीके में ब्रांड उतना अहम नहीं

किसी विशेष टीके के कई ब्रांड होना कोई नई बात नहीं है। हर साल, विभिन्न आयु वर्गों में इन्फ्लूएंजा के टीकों के कई ब्रांडों का उपयोग किया जाता है और लोगों में किसी खास ब्रांड को लेकर पसंद जैसी कोई बात नहीं है।

कोविड-19 के टीकों के साथ चीजें अलग हैं, क्योंकि लोग अपने और अन्य के लिए उपलब्ध विभिन्न ब्रांडों के बारे में तेजी से जागरूक हो रहे हैं। हमारे कोरोनावैक्स प्रोजेक्ट के माध्यम से, हम लगातार बहुत सी ब्रांड की वैक्सीन के बारे में बात कर रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया में वैक्सीन प्राथमिकताएं

कोविड वैक्सीन ‘‘टीमों’’ के अंतर्राष्ट्रीय उदाहरण और अपनी वैक्सीन निष्ठा साझा करने वाले लोग ऑस्ट्रेलिया में ऐसा नहीं करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां, ब्रांड की उपलब्धता को प्रणालीगत और वैक्सीन आपूर्ति समस्याओं से अलग नहीं किया जा सकता है, जैसे कि विशिष्ट आयु समूहों के लिए पर्याप्त उपयुक्त टीके नहीं होना, जिनकी उन्हें आवश्यकता है।

इसलिए ऑस्ट्रेलिया में, हम ब्रांड होड़ को सभी को टीकाकरण की ओर उन्मुख करने में मदद करने वाले कारक के तौर पर नहीं देख सकते हैं। इसकी बजाय, ऑस्ट्रेलिया में ब्रांड प्राथमिकताएं वैक्सीन सिफारिशों में बदलाव और सकारात्मक या नकारात्मक समाचार कवरेज के माध्यम से विकसित हुई हैं।

इस अपूर्ण परिदृश्य में, सरकारों को उपलब्ध टीकों का समर्थन करते रहने की आवश्यकता है ताकि लोग अपनी उम्र और जोखिम स्थिति के अनुसार सुरक्षित रूप से वैक्सीन लगवाएं। इस संबंध में यह जरूरी है कि लोगों को नयी वैक्सीन की प्रतीक्षा करने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए।

हम अभी क्या कर सकते हैं

सबसे अच्छी बात जो हम कर सकते हैं, वह यह है कि हमें इस ब्रांड दौड़ को कम करना है। सभी कोविड-19 टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं, और यदि हमारे देश का रोग प्रोफ़ाइल बदल जाता है, तो किसे कौन सा टीका लगवाना चाहिए, इसके बारे में सिफारिशें फिर से बदल सकती हैं। सभी कोविड-19 टीके व्यक्तियों और समुदायों की रक्षा करते हैं और उनके लिए लाभप्रद हैं।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उस समय सभी आस्ट्रेलियाई लोगों को फायदा होगा जब हम स्थानीय व्यवसायों और समुदायों के साथ साथ पूरी दुनिया के लिए फिर से खुल सकेंगे। दर्दनाक लॉकडाउन के बिना, अब टीके ही हैं, जिनसे हमें अपनी और एक दूसरे की देखभाल करनी है। हम उस टीम में हैं।

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