प्योंगयांग:उत्तर कोरिया के सरकारी टेलिविजन पर इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किए जाने का वीडियो जारी किया है। वीडियो में किम जोंग उन को मिसाइल प्रक्षेपण का मार्गदर्शन करते हुए दिखाया गया है। शुक्रवार को उत्तर कोरियाई सरकार द्वारा जारी की गई तस्वीरों में किम जोंग को जश्न मनाते हुए दिखाया गया है।
एनके न्यूज द्वारा किये गये एक वीडियो ट्वीट में किम जोंग उन को विरष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल के हैंगर से बाहर निकलते हुए दिखाया गया है। किम वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ मिसाइल के लॉन्च का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
वहीं इसके साथ जारी अन्य एक तस्वीर में किन किसी अज्ञात स्थान पर इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के चारों ओर घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं।
उत्तर कोरिया द्वारा किये गये इस मिसाइल परीक्षण को अमेरिका सहित अन्य प्रतिद्वंद्वी देशों पर दबाव बनाने के तौर पर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने परमाणु शक्ति देशों द्वारा लगाये गये गंभीर प्रतिबंधों को हटाने के लिए इस इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण को अंजाम दिया है।
जानकारी के मुताबिक किम जोंग उन के नेतृत्व में गुरुवार को इस इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल को जापानी क्षेत्रीय जल के पास होक्काइडो द्वीप से छोड़ा गया। इस संबंध में जापान ने कहा है कि वह उत्तर कोरिया की इस इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल की तकनीक का अध्ययन करने के लिए उसके मलबे की खोज कर सकता है।
मालूम हो कि इन वीडियो और तस्वीरों को उत्तर कोरियाई सरकार द्वारा जारी किया गया है और कोरिया में मौजूद स्वतंत्र पत्रकारों को इस इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण कार्यक्रम को कवर करने की अनुमति नहीं दी गई थी।
मालूम हो कि दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन ने आपातकालीन राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की आलोचना की थी। उन्होंने इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों द्वारा किम सरकार पर परीक्षण विराम को तोड़ने और इसके कारण पैदा होने गंभीर खतरे से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आगाह किया था।
इस बीच अमेरिका में भी व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने उत्तरी कोरिया द्वारा किये गये मिसाइल परीक्षण की व्यापक निंदा की है और इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के परीक्षण से क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था के अस्थिर होने का जोखिम बढ़ेगा।
इससे पहले उत्तरी कोरिया ने जनवरी 2022 में अपने पूर्वी समुद्री क्षेत्र में एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी। अभी किये गये इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण से यह बात स्पष्ट है कि उत्तर कोरिया कोरोना लॉकडाउन और अमेरिका के साथ परमाणु गतिरोध वार्ता के दौरान अपनी सैन्य क्षमताओं का विस्तार करना जारी रखे हुए है।