एस-400 सौदे पर जो बाइडन भारत को दिलाएंगे CAATSA के प्रतिबंधों से छूट: भारतीय-अमेरिकी डेमोक्रेटिक सांसद रो खन्ना
By शिवेंद्र राय | Published: August 10, 2022 02:43 PM2022-08-10T14:43:09+5:302022-08-10T14:45:04+5:30
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा है कि भारत और रूस के बीच हुई एस-400 मिसाइल प्रणाली के सौदे को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन आसान बनाएंगे और सीएएटीएसए (CAATSA) कानून के प्रतिबंधों की छूट में तेजी लाएंगे। रो खन्ना ने कहा कि चीन और रूस की विस्तारवादी नीतियों को देखते हुए 21वीं सदी में भारत-अमेरिका संबंध बेहद महत्वपूर्ण होंगे।
नई दिल्ली: भारतीय मूल के अमेरिकी डेमोक्रेटिक सांसद रो खन्ना ने एक बार फिर रूस-भारत के बीच एस-400 मिसाइल सिस्टम डील का समर्थन किया है। हाल ही में अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में भारत को रूस से हथियार खरीदने पर प्रतिबंधों में छूट देने के प्रस्ताव पारित हुआ था। इस प्रस्ताव को पारित कराने में रो खन्ना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब खन्ना ने फिर से कहा है कि अमेरिकी कानून सीएएटीएसए (CAATSA) भारत को छूट दिलाने की प्रक्रिया में राष्ट्रपति जो बाइडन तेजी लाएंगे।
एक साक्षात्कार के दौरान डेमोक्रेट सांसद रो खन्ना ने कहा, ‘‘अमेरिका-भारत संबंध पहले कभी इतने महत्वपूर्ण नहीं रहे। जब आप एक विस्तारवादी चीन को विस्तारवादी रूस के साथ देखते हैं, तो मुझे लगता है कि यह 21वीं सदी के संबंधों को नया आयाम देने जा रहा है। हमें भारत को स्पष्ट संदेश देने की जरूरत है कि अमेरिका इस संबंध को बहुत महत्वपूर्ण मानता है।''
बता दें कि साल 2017 में अमेरिका में सीएएटीएसए (CAATSA) कानून बना था जिसके तहत रूस से रक्षा और खुफिया लेन-देन करने वाले किसी भी देश के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने प्रावधान है। लेकिन भारत के मामले में परिस्थितियां अलग हो जाती हैं। भारत और रूस लंबे समय से सुरक्षा साझेदार हैं। भारत के ज्यादातर हथियार रूसी हैं। भारत ने रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली का सौदा भी किया हुआ है। इसी सौदे को लेकर अमेरिका में विवाद है। हाल ही में अमेरिकी प्रतिनधि सभा में भारत को सीएएटीएसए (CAATSA) के प्रावधानों से छूट दिलाने वाला संशोधन विधेयक पारित हुआ था। हालांकि यह विधेयक अभी अभी अमेरिकी सीनेट में पारित नहीं हुआ है। इसके बाद ही इसे राष्ट्रपति बाइडन के पास हस्ताक्षर के लिए भेजा जाएगा।
रो खन्ना ने इस बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘इस संशोधन में, कांग्रेस के 300 सदस्य राष्ट्रपति बाइडन से प्रतिबंधों में छूट देने के लिए कह रहे हैं तो यह उस रिश्ते के लिए बहुत बड़ा समर्थन है। यह भारत के साथ असैन्य परमाणु समझौते के बाद से सदन में सबसे ऐतिहासिक मतदान है।''