Israel vs Hezbollah: हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत की असली वजह सामने आई, बमबारी के बाद बंकर में हुआ कुछ ऐसा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: October 1, 2024 02:42 PM2024-10-01T14:42:35+5:302024-10-01T14:43:40+5:30
हसन नसरल्लाह की उसके गुप्त बंकर में ज़हरीले धुएं के रिसाव के बाद दम घुटने से मौत हो गई थी। इजरायल के चैनल 12 के अनुसार, 64 वर्षीय नसरल्लाह की मृत्यु तब हुई जब उसके बंकर में ज़हरीली गैसें घुस गईं।
Israel vs Hezbollah: 27 सितंबर को बेरूत में आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर इजरायल द्वारा किए गए बड़े हवाई हमले में संगठन का चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया था। हालांकि बमबारी में जान गंवाने के बावजूद हसन नसरल्लाह के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे। अब हसन नसरल्लाह की मौत की असली वजह सामने आई है।
एक इजरायली मीडिया आउटलेट ने बताया कि हसन नसरल्लाह की उसके गुप्त बंकर में ज़हरीले धुएं के रिसाव के बाद दम घुटने से मौत हो गई थी। इजरायल के चैनल 12 के अनुसार, 64 वर्षीय नसरल्लाह की मृत्यु तब हुई जब उसके बंकर में ज़हरीली गैसें घुस गईं। इस बंकर को इजरायली सेना द्वारा दागे गए 80 टन "बंकर-बस्टिंग" बमों द्वारा नष्ट कर दिया गया था।
यह पता चला है कि जब अधिकारियों ने नसरल्लाह के शव की खोज की तो उनके शरीर पर कोई घाव नहीं था। जिससे पता चलता है कि वह मलबे के नीचे दबा हुआ था और विस्फोटों से निकली गैस उसके बंकर में भर गई थी।
रिपोर्ट ने बताया कि हिजबुल्लाह प्रमुख की मौत शायद शुरुआती विस्फोट से नहीं, बल्कि दम घुटने से हुई होगी। नसरल्लाह का शव बरामद करने वाले सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि विस्फोटों के कारण उसकी मौत संभवतः गंभीर चोट लगने से हुई है। जब बम गिराए गए, तब वह हिजबुल्लाह नेतृत्व के साथ बैठक की तैयारी कर रहा था।
हालांकि लेबनानी आतंकवादी समूह ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है कि बेरूत में हवाई हमले के दौरान वास्तव में क्या हुआ था जिसमें उसका प्रमुख मारा गया था। इस घटना के बाद से ही इजरायल और लेबनान सीमा पर तनाव बढ़ गया है।
इजरायली जमीनी सेना दक्षिणी लेबनान में घुस चुकी है। ईरान समर्थित अपने विरोधियों के खिलाफ़ एक साल तक चलने वाले युद्ध में अब इजरायल ने नया मोर्चा खोल दिया है। पिछली बार इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जमीनी लड़ाई 2006 में एक महीने तक चली थी। इजरायली सेना ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि उसने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों के खिलाफ़ टारगेटेड हमले शुरू किए हैं।