भारतीय मूल के पद्म भूषण सम्मानित स्वदेश चटर्जी को अमेरिका में मिला एक और अवार्ड, नॉर्थ कैरोलिना के गवर्नर ने दिया शीर्ष राजकीय सम्मान
By भाषा | Published: October 22, 2022 04:08 PM2022-10-22T16:08:42+5:302022-10-22T16:16:35+5:30
इस सम्मान के मिलने पर अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि चटर्जी ने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए अथक प्रयास किए है।
वाशिंगटन: प्रख्यात भारतीय-अमेरिकी उद्यमी और कार्यकर्ता स्वदेश चटर्जी को अमेरिकी राज्य उत्तरी कैरोलिना के शीर्ष सम्मान से सम्मानित किया गया है। चटर्जी को पिछले तीन दशकों के दौरान अमेरिका और भारत के संबंधों को सुदृढ़ करने में उनके योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया है।
नॉर्थ कैरोलिना के गवर्नर रे कूपर ने कैरी शहर में शुक्रवार को एक समारोह में 75 वर्षीय चटर्जी को “ऑर्डर ऑफ द लॉन्ग लीफ पाइन” सम्मान से सम्मानित किया। आपको बता दें कि कूपर ने न केवल उत्तरी कैरोलिना के विकास में बल्कि भारत-अमेरिका संबंधों और अमेरिका के सांस्कृतिक परिवेश को समृद्ध करने में उनके योगदान की सराहना की।
स्वदेश चटर्जी को पहले मिल चुका है पद्म भूषण सम्मान भी
भारत में अमेरिका के पूर्व राजदूत रिचर्ड वर्मा ने कहा कि 2001 में भारत सरकार से पद्म भूषण सम्मान प्राप्त करने वाले चटर्जी उन महत्वपूर्ण क्षणों के केंद्र में रहे हैं, जिन्होंने भारत और अमेरिका की सरकार के रिश्तों को मजबूत किया है।
कांग्रेस (अमेरिकी संसद) के भारतीय-अमेरिकी सदस्य रो खन्ना ने उन्हें अमेरिका में भारतीय समुदाय का एक महान नेता करार दिया। खन्ना ने कहा कि चटर्जी भारतीय अमेरिकी समुदाय के उन पहले लोगों में शामिल हैं जो अमेरिका की राजनीति में आए।
अमेरिका में भारत के राजदूत ने चटर्जी के बारे में क्या कहा
एक वीडियो संदेश में, अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि चटर्जी ने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए अथक प्रयास किए है।
संधू ने कहा, “चटर्जी इस बात के सटीक उदाहरण हैं कि कैसे प्रवासी भारतीय अमेरिका में भारत की बेहतर समझ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
भारत संबंधों के भविष्य के बारे में भी बहुत उत्साहित हूं- बोली स्वदेश चटर्जी
पुरस्कार ग्रहण करने के अवसर पर चटर्जी ने कहा कि उत्तरी कैरोलिना और अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के प्रयासों की बदौलत भारत-अमेरिका संबंध एक लंबा सफर तय कर चुका है।
उन्होंने कहा, “लेकिन, अभी और भी बहुत सी महत्वपूर्ण चुनौतियां हमारे सामने हैं, क्योंकि पिछले पांच-छह वर्षों में दुनिया काफी बदल गई है।” उन्होंने कहा, “मैं सच में आशावादी हूं और अमेरिका-भारत संबंधों के भविष्य के बारे में भी बहुत उत्साहित हूं।”