भारत ‘निष्क्रिय’ विदेश नीति से दूर जाकर अपने हितों पर ध्यान दे रहा है: अमेरिकी राजनयिक
By भाषा | Published: January 25, 2020 02:09 PM2020-01-25T14:09:48+5:302020-01-25T14:09:48+5:30
नयी दिल्ली में रायसीना संवाद के अलावा क्षेत्र की यात्रा से हाल ही में लौटीं वेल्स ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अब यह बदलाव अधिक स्पष्ट तरीके से देखा जा सकता है। वेल्स ने कहा कि रक्षा सहयोग, शांति रक्षा अभियानों, अंतरिक्ष, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, व्यापार, लोगों के बीच आपसी संपर्क पर निरंतर प्रगति के साथ ही भारत-अमेरिका नौसेना सहयोग की गुणवत्ता और निरंतरता, खासतौर से सूचना को साझा करने में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने शुक्रवार को कहा कि भारत निष्क्रिय विदेश नीति से दूर जा रहा है और जोर-शोर से अपने हितों को तरजीह दे रहा है। दक्षिण और मध्य एशिया मामलों की कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री एलिस वेल्स ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह स्पष्ट है कि पिछले दो दशक से भारत अपने रणनीतिक क्षितिज का विस्तार कर रहा है जिसका परिणाम यह निकला है कि वह निष्क्रिय विदेश नीति से दूर होकर जोर-शोर से अपने हितों पर ध्यान दे रहा है।
नयी दिल्ली में रायसीना संवाद के अलावा क्षेत्र की यात्रा से हाल ही में लौटीं वेल्स ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अब यह बदलाव अधिक स्पष्ट तरीके से देखा जा सकता है। वेल्स ने कहा कि रक्षा सहयोग, शांति रक्षा अभियानों, अंतरिक्ष, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, व्यापार, लोगों के बीच आपसी संपर्क पर निरंतर प्रगति के साथ ही भारत-अमेरिका नौसेना सहयोग की गुणवत्ता और निरंतरता, खासतौर से सूचना को साझा करने में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों का लक्ष्य एक ऐसा व्यापार समझौता हासिल करने पर है जो निष्पक्षता तथा परस्पर आदान-प्रदान को बढ़ावा देता हो। वेल्स ने पत्रकारों से कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर पर मुझे कुछ प्रगति देखकर खुशी हुई जिसमें कश्मीर में इंटरनेट सेवा आंशिक रूप से बहाल करना शामिल है।’’ उन्होंने जम्मू कश्मीर में अमेरिकी राजदूत तथा अन्य विदेशी राजनयिकों की यात्रा को ‘‘सार्थक कदम’’ करार दिया।