'भारत-कनाडा संबंध कठिन दौर से गुजर रहे हैं', कनाडा में वीजा सेवाओं पर बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर
By रुस्तम राणा | Published: October 22, 2023 05:58 PM2023-10-22T17:58:43+5:302023-10-22T17:58:43+5:30
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, ''अभी संबंध कठिन दौर से गुजर रहे हैं। लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि हमारी समस्याएं कनाडा की राजनीति के एक निश्चित वर्ग और उससे उत्पन्न होने वाली नीतियों के साथ हैं। अभी लोगों की सबसे बड़ी चिंता वीजा को लेकर है।"
नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि कनाडा के कर्मियों द्वारा नई दिल्ली के मामलों में हस्तक्षेप पर चिंताओं के मद्देनजर भारत ने देश में कनाडा की राजनयिक उपस्थिति में समानता का प्रावधान लागू किया है। जयशंकर ने कहा कि भारत और कनाडा के बीच संबंध अभी कठिन दौर से गुजर रहे हैं, उन्होंने कहा कि भारत को कनाडा की राजनीति के कुछ हिस्सों से समस्या है। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, ''अभी संबंध कठिन दौर से गुजर रहे हैं। लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि हमारी समस्याएं कनाडा की राजनीति के एक निश्चित वर्ग और उससे उत्पन्न होने वाली नीतियों के साथ हैं। अभी लोगों की सबसे बड़ी चिंता वीजा को लेकर है।"
उन्होंने कहा कि कुछ हफ़्ते पहले, हमने कनाडा में वीज़ा जारी करना बंद कर दिया था क्योंकि हमारे राजनयिकों के लिए वीज़ा जारी करने के लिए काम पर जाना अब सुरक्षित नहीं था। इसलिए उनकी सुरक्षा और संरक्षा ही प्राथमिक कारण था जिसके चलते हमें अस्थायी तौर पर वीजा जारी करना बंद करना पड़ा। हम इसे बहुत बारीकी से ट्रैक कर रहे हैं। मेरी आशा, मेरी अपेक्षा यह है कि स्थिति इस अर्थ में बेहतर होगी कि हमारे लोगों को राजनयिक के रूप में अपने मूल कर्तव्य को पूरा करने में सक्षम होने का अधिक विश्वास होगा।
भारतीय विदेश मंत्री ने आगे कहा, क्योंकि राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना वियना कन्वेंशन का सबसे बुनियादी पहलू है और अभी इसी बात को कनाडा में कई तरीकों से चुनौती दी गई है कि हमारे लोग सुरक्षित नहीं हैं, हमारे राजनयिक सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए यदि हम वहां प्रगति देखते हैं, तो मैं चाहूंगा कि वीजा के मुद्दे को फिर से शुरू किया जाए। मेरी आशा है कि यह कुछ ऐसा होगा जो बहुत जल्द घटित होना चाहिए।