श्रीलंका विस्फोटों में सात आत्मघाती थे शामिल, मामले में 24 गिरफ्तार, मृतक संख्या पहुंची 290

By भाषा | Published: April 23, 2019 04:41 AM2019-04-23T04:41:01+5:302019-04-23T04:41:01+5:30

राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की एक बैठक के दौरान सोमवार आधी रात से आपातकाल लगाने का निर्णय लिया गया है। रविवार को हुए हमलों के लिये अभी तक किसी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इस मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें से अधिकतर एक ही समूह से संबंधित हैं।

In the Sri Lanka blasts, seven were suicidal, 24 arrested in the case, dead number reached 290 | श्रीलंका विस्फोटों में सात आत्मघाती थे शामिल, मामले में 24 गिरफ्तार, मृतक संख्या पहुंची 290

रविवार को भी सेंट एंथनी चर्च में विस्फोट हुआ था। कोलंबो के दक्षिणी उपनगर पानडुरा में उस सुरक्षित पनाहगाह का भी पता चला है जहां आत्मघाती हमलावर करीब तीन महीने तक रहे थे।

Highlightsपुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किये गए 24 में से नौ लोगों को कोलंबो की मजिस्ट्रेट अदालत ने छह मई तक हिरासत में भेज दिया है। कुल सात आत्मघाती हमलावरों ने इन धमाकों को अंजाम दियासरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की है।

श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर एक इस्लामी कट्टरपंथी संगठन से संबद्ध सात आत्मघाती हमलावरों ने गिरजाघरों तथा होटलों को निशाना बनाकर घातक विस्फोटों को अंजाम दिया था जिनमें अब तक 290 लोग की जान जा चुकी है और अन्य 500 लोग घायल हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस द्वीपीय राष्ट्र में अभी तक के ये सबसे घातक हमले थे।

राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की एक बैठक के दौरान सोमवार आधी रात से आपातकाल लगाने का निर्णय लिया गया है। रविवार को हुए हमलों के लिये अभी तक किसी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इस मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें से अधिकतर एक ही समूह से संबंधित हैं।

पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किये गए 24 में से नौ लोगों को कोलंबो की मजिस्ट्रेट अदालत ने छह मई तक हिरासत में भेज दिया है। इस बीच, सरकारी प्रवक्ता रजिता सेनारत्ने ने हमलों के पीछे ‘नेशनल तौहीद जमात’ (एनटीजे) संगठन का हाथ होने की आशंका जाहिर की है। स्वास्थ्य मंत्री सेनारत्ने ने कहा, ‘माना जा रहा है कि धमाकों में शामिल सभी आत्मघाती हमलावर श्रीलंकाई नागरिक थे।’

सेनारत्ने ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस संगठन को ‘अंतरराष्ट्रीय समर्थन’ भी था। उन्होंने कहा, ‘इनके अंतरराष्ट्रीय संपर्क हो सकते हैं।’ इस बीच, संडे टाइम्स ने सरकारी विश्लेषक विभाग के हवाले से कहा, ‘‘ शांगरी ला, सिनामोन ग्रैंड, किंग्सबरी होटलों और सेंट एंथनी गिरजाघर, पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन गिरजाघर और बट्टिकलोवा के जियोन गिरजाघर में किए गए विस्फोट आत्मघाती हमले थे।’’

विभाग ने कहा, ‘कुल सात आत्मघाती हमलावरों ने इन धमाकों को अंजाम दिया।’ पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनासेखरा ने कहा कि धमाकों में छह भारतीयों समेत करीब 290 लोग की जान चली गई जबकि 500 से ज्यादा अन्य घायल हो गए। गुनासेखरा ने बताया कि इस सिलसिले में अभी 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच के लिए उन्हें आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) की हिरासत में भेज दिया है।

उधर राष्ट्रपति की मीडिया इकाई के बयान के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) ने आधी रात से सशर्त आपातकाल लगाने का निर्णय लिया है। बयान के अनुसार यह उपाय आतंकवाद को निशाना बनाने के लिए उठाया गया है, इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बाधित नहीं होगी। उन्होंने कहा, “यह आतंकवाद निरोधी नियमन तक सीमित होगा। यह इसलिये किया जा रहा है ताकि पुलिस और तीन अन्य सुरक्षा बल सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।”

सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की है। इस बीच, सिरिसेना ने हमलों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति से दो सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट राष्ट्रपति के समक्ष पेश करने को कहा गया है। स्वास्थ्य मंत्री सेनारत्ने ने कहा कि राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) को 11 अप्रैल से पहले हमले की आशंका से जुड़ी चेतावनी दी थी।

उन्होंने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय खुफिया एजेंसियों ने चार अप्रैल को इन हमलों को लेकर चेतावनी दी थी। आईजीपी को नौ अप्रैल को सूचित किया गया था।’ उन्होंने सुरक्षा में इस व्यापक चूक को लेकर पुलिस प्रमुख पुजित जयसुंदरा के इस्तीफे की मांग की है। सेनारत्ने ने कहा कि सरकार धमाकों में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों को मुआवजा देगी। हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को दस लाख श्रीलंकाई रुपये (5,722 अमेरिकी डॉलर) का मुआवजा दिया जाएगा जबकि अंतिम संस्कार के लिये एक लाख श्रीलंकाई रुपये (572 अमेरिकी डॉलर) दिये जाएंगे।

उन्होंने कहा कि धमाकों में घायल हुए लोगों को एक लाख से तीन लाख श्रीलंकाई रुपयों तक की सहायता दी जाएगी। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा था कि इस बारे में जांच जरूर की जाएगी कि खुफिया विभाग की सूचनाओं को गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया। सरकार में मंत्री और मुख्य मुस्लिम पार्टी श्रीलंका मुस्लिम कांग्रेस के नेता रउफ हकीम ने कहा कि यह अफसोसनाक है कि खुफिया सूचना के बावजूद कोई एहतियाती कदम नहीं उठाए गए।

उन्होंने कहा,‘उन्हें (अधिकारियों को) इसका (समूह का) छह महीने से पता था, नाम दिये जा चुके थे, पहचान हो चुकी थी लेकिन (उन्होंने) कोई कार्रवाई नहीं की।’ दो श्रीलंकाई मुस्लिम संगठनों- ऑल सिलोन जमीयतुल उलेमा और नेशनल शूरा काउंसिल- ने धमाकों की निंदा की और दोषियों को सजा दिये जाने की मांग की। वहीं कोलंबो के पेट्टा इलाके में सेंट्रल कोलंबो बस स्टेशन में 87 बम डेटोनेटर मिले हैं।

पुलिस के एक बयान में बताया गया कि शुरूआत में 12 बम डेटोनेटर मिले। बाद में छानबीन पर और 75 डेटोनेटर का पता चला । इसके साथ ही सोमवार को भी सेंट एंथनी चर्च के पास एक विस्फोट हुआ जब एक खड़ी हुई वैन में रखे गए विस्फोटक को एसटीएफ द्वारा निष्क्रिय किये जाने की कोशिश के दौरान उसमें विस्फोट हो गया। इस विस्फोट में कोई हताहत नहीं हुआ।

रविवार को भी सेंट एंथनी चर्च में विस्फोट हुआ था। कोलंबो के दक्षिणी उपनगर पानडुरा में उस सुरक्षित पनाहगाह का भी पता चला है जहां आत्मघाती हमलावर करीब तीन महीने तक रहे थे। श्रीलंकाई वायुसेना ने कहा कि उसे रविवार रात कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के प्रस्थान टर्मिनल की तरफ जाने वाली सड़क के किनारे आईईडी विस्फोटक मिला था जिसे निष्क्रिय कर दिया गया।

भारतीय उच्चायोग ने सोमवार को कहा कि श्रीलंकाई विदेश मंत्रालय ने एक और भारतीय की मौत की पुष्टि की है जिसके साथ ही इन धमाकों में मरने वाले भारतीयों की संख्या आठ हो गई है। एक के बाद एक हुए कई धमाकों के बाद श्रीलंका ने सोमवार को रात के वक्त कर्फ्यू के नए आदेश जारी किये हैं।

इंटरपोल के सेक्रेटरी जनरल जुर्गन स्टॉक ने ट्विटर संदेश में श्रीलंकाई अधिकारियों को जांच में पूरा सहयोग करने की पेशकश की है। इन धमाकों ने लिट्टे के अंत के बाद से इस द्वीपीय राष्ट्र में करीब एक दशक से बनी हुई शांति को भी भंग कर दिया है। 

Web Title: In the Sri Lanka blasts, seven were suicidal, 24 arrested in the case, dead number reached 290

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