इमरान खान आम चुनाव के मुद्दे को लेकर गये आईएमएफ, जेल से चिट्ठी लिखकर कहा, "मुल्क को लोन देंगे तो चुकाएगा कौन?, पहले चुनाव का ऑडिट कराएं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 24, 2024 11:04 AM2024-02-24T11:04:00+5:302024-02-24T11:07:08+5:30
इमरान खान ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) को एक पत्र भेजकर मांग की है कि वह पाकिस्तान के लिए प्रस्तावित किसी भी तरह के वित्तिय लोन संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी देने से पहले आम चुनाव के परिणामों का ऑडिट कराए।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को पुष्टि की कि उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) को एक पत्र भेजकर मांग की है कि वह पाकिस्तान के लिए प्रस्तावित किसी भी तरह के वित्तिय लोन संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी देने से पहले आम चुनाव के परिणामों का ऑडिट कराए।
द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार अडियाला जेल में बंद पीटीआई नेता और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक केस की सुनवाई के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा, "आईएमएफ को पत्र लिखा जा चुका है और आज भेज दिया जाएगा। सवाल यह है कि अगर ऐसी परिस्थितियों में आईएमएफ से देश को कर्ज मिलेगा तो कौन लौटाएगा?"
पूर्व पीएम खान ने अपने पत्र में इस बात की स्पष्ट चेतावनी दी कि आईएमएफ से मिलने वाले कर्ज से पाकिस्तान में गरीबी और बढ़ेगी, जिससे देश पर और बोझ बढ़ेगा और देश इस वक्त ऐसे हालात में नहीं है कि वो और कर्ज की मार को झेल सके।
इमरान खान के आईएमएफ के लिखे इस पत्र के बारे में जानकारी तब सामने आयी है, जब उनकी पार्टी पीटीआई के सीनेटर अली जफर ने एक दिन पहले घोषणा की थी पार्टी के संस्थापक इमरान खान वैश्विक ऋणदाता आईएमएफ को पत्र लिखकर 8 फरवरी को संपन्न हुए आम चुनाव का ऑडिट करने के लिए कहें।
हालांकि, समाचार रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएमएफ ने इमरान खान की मांग और पत्र को नजरअंदाज करते हुए पाकिस्तानी में गठित नई सरकार के साथ काम करने की इच्छा व्यक्त की है।
इस बीच पूर्व वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि इमारन खान के आईएमएफ को लिखे पत्र का कोई महत्व नहीं है, लेकिन अगर पीटीआई संस्थापक खान ने पत्र में पाकिस्तान के राष्ट्रीय हित के खिलाफ कुछ लिखा है तो वह निश्चित तौर पर निंदनीय है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता इशाक डार ने पंजाब विधानसभा के बाहर इमरान के पत्र पर मीडिया में टिप्पणी करते हुए कहा, "व्यक्तिगत लाभ के लिए कुछ भी लिखना शर्मनाक है। इमरान खान के आईएमएफ को लिखी गई चिट्ठी का कोई खास महत्व नहीं है।"
मालूम हो कि पाकिस्तान ने पिछले साल आईएमएफ से 3 अरब अमेरिकी डॉलर का एक अल्पकालिक कार्यक्रम हासिल किया था, जिससे संप्रभु ऋण चूक को रोकने में मदद मिली। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यह अगले महीने खत्म हो जाएगा, जिससे पाकिस्तान को काफी मदद मिलेगी।