पाकिस्तान: इमरान खान घर के बाहर गैस मास्क पहने समर्थकों के बीच नजर आए, पुलिस एक्शन पर लाहौर हाई कोर्ट से भी मिली राहत
By विनीत कुमार | Published: March 15, 2023 08:23 PM2023-03-15T20:23:52+5:302023-03-15T20:30:23+5:30
इमरान खान को लाहौर हाई कोर्ट ने गुरुवार सुबह तक के लिए राहत देते हुए पुलिस को कोई कदम नहीं उठाने के निर्देश दिए। इस बीच इमरान खान अपने घर से बाहर समर्थकों के बीच गैस मास्क पहने नजर आए।
लाहौर: भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। हालांकि, बुधवार को लाहौर हाई कोर्ट ने उन्हें कुछ राहत जरूर दी। पुलिस को गुरुवार तक कार्रवाई रोकने का आदेश दिया। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने लाहौर हाई कोर्ट में पुलिस कार्रवाई को चुनौती दी थी और अदालत से सरकार को इसे समाप्त करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था।
इन सबके बीच इमरान खान बुधवार को घर के बाहर उस समय गैस मास्क पहने समर्थकों के बीच नजर आए, जब पाक रेंजर्स और पुलिसकर्मियों ने पीछे हटना शुरू कर दिया। इससे खान के समर्थकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई।
पुलिस और अन्य सुरक्षा अधिकारियों को जमान पार्क से जाते देखा गया जिसके बाद खान के समर्थकों ने जश्न मनाया और रेंजर्स का पीछा करते हुए नारे लगाए। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान तरहीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष खान गैस मास्क लगाए अपने आवास से बाहर निकले और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
Imran khan seen wearing protective gas mask in his residence while his supporters are risking their lives on streets. #imrankhanPTI#ImranKhanArrest#Zaman_Park_Lahore#ZamanPark_under_attackpic.twitter.com/Ak0TTSt7YV
— ntg (@9_0_9_0_1) March 15, 2023
इमरान की पार्टी ने एक ट्वीट में कहा कि जमान पार्क में और कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं और पार्टी ने गठबंधन सरकार के ‘नापाक मंसूबों’ को कामयाब नहीं होने देने का संकल्प लिया। इससे पहले दिन में प्रशासन ने खान के आवास के बाहर रेंजर्स को तैनात किया था। इससे एक दिन पहले खान के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प में 60 से अधिक लोग घायल हो गए थे जिसमें 54 पुलिसकर्मी थे।
बता दें कि तोशाखाना मामले में गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद इस्लामाबाद पुलिस बख्तरबंद वाहनों के साथ पीटीआई प्रमुख खान को लाहौर स्थित उनके घर से गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी। खान पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले उपहारों को तोशखाना से कम दाम पर खरीदने और मुनाफे के लिए बेचने के आरोप हैं। 1974 में स्थापित तोशखाना कैबिनेट डिवीजन के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक विभाग है और अन्य सरकारों और राज्यों के प्रमुखों और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा शासकों, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को दिए गए कीमती उपहारों को संग्रहीत करता है।
इमरान खान ने अपने आवास से राष्ट्र के नाम एक वीडियो संबोधन में कहा कि उन्होंने सैन्य प्रतिष्ठान से इस ‘तमाशे’ को खत्म करने को कहा है। पाकिस्तानी टीवी चैनलों ने खान के भाषण का प्रसारण नहीं किया।
(भाषा इनपुट)