इमरान खान ने पाक की खस्ता अर्थव्यवस्था पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर से बुलाई गई चर्चा प्रस्ताव को किया खारिज
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 6, 2022 09:16 PM2022-06-06T21:16:16+5:302022-06-06T21:25:04+5:30
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर बुलाई गई चर्चा पर तंज करते हुए कहा कि जो सरकार आवाम की गुर्बत पर जश्न मना रही हो, उसके साथ अर्थव्यवस्था की बदहाली पर किस तरह से चर्चा की जा सकती है।
इस्लामाबाद: पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सामने एक और चुनौती खड़ी करते हुए देश की खराब अर्थव्यवस्था पर सरकारी की ओर से आयोजित परिचर्चा में भाग लेने से इनकार कर दिया है।
इमरान खान ने सरकार द्वारा बुलाई गई चर्चा पर तंज करते हुए कहा कि जो सरकार आवाम की गुर्बत पर जश्न मना रही हो, उसके साथ अर्थव्यवस्था की बदहाली पर किस तरह से चर्चा की जा सकती है।
पार्टी का आरोप है कि शरीफ सरकार सिर्फ आवाम को बरगला सकती है लेकिन उनके फायदे के लिए एक भी ऐसा काम नहीं करने वाली है, जिससे उनके मुंह में रोटी का निवाला जा सके।
पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ ने सोमवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की कड़ी आलोचना करते हुए कहा सरकार घटती विदेशी करेंसी, आवाम की बदहाली, भ्रष्टाचार और सरकारी लूट जैसे मुद्दों से बचने की खातिर नया पैंतरा खेल रही है लेकिन सरकार लाख विफलताओं को छुपा ले, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ आवाम के सामने उनका सारा कच्चा-चिट्ठा खोलकर रहेगी।
वहीं प्रधानमंत्री शरीफ ने रविवार को कहा कि मुल्क को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए और अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए सरकार सभी दलों से बात करना चाहती है। इस मामले में सभी दलों को इकट्ठा होकर चर्चा करनी चाहिए ताकि मुल्क की बेहतरी की ओर बढ़ा जा सके।
इमरान खान की पार्टी के केंद्रीय सूचना सचिव फारुख हबीब ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि शहबाज सरकार ने महज पहले 50 दिनों की हुकूमत में आवाम को इतना गरीब बना दिया है, जिसके कारण जनता तंगहाल हो चुकती है।
हबीब ने कहा, "जिन लोगों ने पाकिस्तान को गरीब लोगों की भट्ठी बना दिया वो आज मुल्क में सियासी और आर्थिक अराजकता की नींव रख रहे हैं और हम ऐसा नहीं होने देंगे।"
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार इस मुल्क के साथ बहुत ही भद्दा मजाक कर रही है कि मुल्क की अर्थव्यवस्था अब ठीक हो रही है। सरकार लगातार डीजल और पेट्रोल के कीमतों में वृद्धि करके लगातार उनकी जेब खाली कर रही है। ऐसे में इस सरकार से किसी भी तरह की बात करना पूरी बेमानी होगा और ये मुल्क के साथ भी नाइंसाफी होगी।
इमरान खान की पार्टी का रूख देखते हुए प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि किसी को भी स्वास्थ्य और कृषि पर राजनीति करने की इजाजत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "आपको बड़ी तस्वीर देखने की जरूरत है, देश की समृद्धि के लिए आपको अपने अहंकार को मारना ही होगा।"
शहबाज शरीफ ने कहा कि देश कर्ज की बुनियाद पर नहीं टिका करते हैं। इसलिए सरकार और विपक्षी दलों का साझा काम है कि वो आपसी चर्चा के जरिये देश की समस्या को दूर करें और मिलकर मुल्क को तरक्की के रास्ते पर ले जाएं।