इमरान खान ने सेना प्रमुख की नियुक्ति पर साधी चुप्पी, बोले- "खामोशी से देखेंगे सारा माजरा"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 16, 2022 10:15 PM2022-11-16T22:15:25+5:302022-11-16T22:19:25+5:30
इमरान खान ने सत्ताधारी पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ पर तीखा व्यंग्य करते हुए आरोप लगाया कि लंदन में बैठे नवाज शरीफ मुल्क के लिए नहीं बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए किसी को सेना प्रमुख के पद पर बैठाना चाहते हैं।
लाहौर: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ के मुखिया और देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने नये सेना प्रमुख की नियुक्ति पर बढ़ते बवाल को देखते हुए बुधवार को ऐलान किया है कि शरीफ सरकार द्वारा अगले सेना प्रमुख की नियुक्ति खामोश रहेंगे और उनकी पार्टी सारा खेल चुपचाप देखेगी।
पीटीआई चीफ इमरान खान ने सत्ताधारी पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ पर तीखा व्यंग्य करते हुए आरोप लगाया कि लंदन में बैठे नवाज शरीफ मुल्क के लिए नहीं बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए किसी को सेना प्रमुख के पद पर बैठाना चाहते हैं।
पीटीआई प्रमुख ने खान ने अपने लोगों से इस मामले में दूरी बनाने के लिए कहते कहा, "उन्हें करने दें, जो वो करना चाहते हैं। नवाज शरीफ एक सेना प्रमुख नियुक्त करना चाहते हैं जो उनकी सुरक्षा देखेगा न कि इस मुल्क की। लेकिन कोई भी सेना प्रमुख मुल्क के फायदे को पहले देखेगा और उन हितों के खिलाफ नहीं जाएगा।"
इमरान खान ने लाहौर में वरिष्ठ पत्रकारों के साथ हुई बैठक में तोशखाना विवाद पर भी खुलकर बात की। जिसमें बीते मंगलवार को ही दुबई के एक व्यवसायी उमर फारूक ज़हूर ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान द्वारा इमरान खान को मिले तोशाखाना उपहार खरीदन के बारे में खुलासा किया था।
इस संबंध में जहूर ने दावा किया है कि तोशाखाना में जमा सऊदी प्रिंस से मिली महंगी ग्रेफ कलाई घड़ी, जिसकी कीमत कम से कम 2 बिलियन रुपये थी। इमरान खान ने नीलामी में कम कीमत पर अपने पास रख ली। इस मसले में बात करते हुए पीटीआई चीफ इमरान खान ने कहा, "वो घड़ी इस्लामाबाद में तोशाखाने से बेची गई थी और उसका उनके पास सबूत भी है।"
वहीं बीते अप्रैल में सत्ता गंवाने के मसले पर बात करते हुए इमरान खान ने कहा कि उन्होंने पीटीआई सरकार के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव में अमेरिका साजिश की बात को मौजूदा सरकार गलत तरीके से पेश कर रही है।
पत्रकारों से बात करते हुए इमरान खान ने कहा, "मैंने हमेशा पहले मुल्क की बात की है, आवाम के हितों की बात की है। मैं तो कहीं खुद को उस मुकाबले रखता भी नहीं। अमेरिका ने मेरी सरकार को गिरा दिया, लेकिन मैंने मुल्क की खातिर हमेशा उनसे अच्छे संबंध ही बनाए।"
खान ने सरकार के साथ बातचीत के लिए मिले न्योता के बारे में बात करते हुए कहा, "सरकार ने हमें बातचीत की पेशकश भेजी थी, लेकिन हमने साफ कर दिया कि वो चुनाव की तारीख का ऐलान करें। केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव ही मुल्क की सारी परेशानियों का हल निकाल सकता है।"
वहीं हकीकी आजादी मार्च के बारे में बात करते हुए इमरान खान ने कहा कि 'हकीकी आजादी' आंदोलन का असर दिख रहा है, आवाम का गुस्सा इस सरकार के खिलाफ निकल कर सामने आ रहा है और लोग हमें सपोर्ट कर रहे हैं।