गूगल आज दुनिया की पहली महिला इंजीनियरों में से एक एलिसा लियोनिडा जेमफिरेस्कू की 131वीं जन्मतिथि मना रहा है। इस मौके पर गूगल ने एक खास डूडल समर्पित किया है। एलिसा लियोनिडा जनरल एसोसिएशन ऑफ रोमानियन इंजीनियर में शामिल होने वाली पहली महिला सदस्य थी। वो रोमानिया के जियोलॉजिकल इंस्टीट्यूट में एक प्रयोगशाला चलाती थी। सरकार ने उनके योगदान को याद करते हुए 1993 में एक सड़क का नाम भी उनके नाम पर कर दिया।
शिक्षा और करियर की राह एलिसा के लिए आसान नहीं थी। रोमानिया पोर्ट सिटी में 10 नवंबर 1887 को उनका जन्म हुआ था। उन्होंने बुखारेस्ट सेंट्रल स्कूल ऑफ गर्ल्स से अच्छे नंबर से ग्रेजुएशन किया। इसके बावजूद महिला होने की वजह से स्कूल ऑफ हाईवेज एंड ब्रिजेज ने उनका आवेदन निरस्त कर दिया। उस वक्त महिला इंजीनियर अस्तित्व में नहीं थी।
रिजेक्शन के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और कहीं और आवेदन करने का फैसला किया। साल 1909 में जर्मनी की रॉयल टेक्निकल एकेडेमी ने उनका आवेदन स्वीकार किया। लेकिन वहां भी उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ा। एडमिशन के बाद उनके डीन ने कहा कि तुम्हें चर्च, बच्चे और रसोई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
इसके बाद एलिसा रोमानिया वापस आ गई और रोमानिया के जियोलॉजिकल इंस्टीट्यूट में सहायक के रूप में काम शुरू कर दिया। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने रेड क्रॉस ज्वॉइन किया और एक केमिस्ट से शादी की। 25 नवंबर 1973 को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट में एलिसा की मृत्यु हुई।