नई दिल्ली, 29 सितंबर: सोशल नेटवर्किंग साइट्स फेसबुक पर डाटा की सुरक्षा पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। फेसबुक पर हैकर्स का हमला बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिकी कंपनी फेसबुक ने स्वीकार किया है कि सुरक्षा के उल्लघंन की वजह से 5 करोड़ यूजर्स के अकाउंट प्राभवित हुए है। फेसबुक ने डाटा की सुरक्षा को लेकर कहा कि उसकी सुरक्षा में सेंध मारी की वजह से 5 करोड़ यूजर्स के अकाउंट पर प्रभाव पड़ा है। यानी कि फेसबुक पर 5 करोड़ यूजरों की सुचानाएं चोरी होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि हैकरों कंप्यूटर नेटवर्क पर हमला करके यूजर्स की सूचनाएं हैक की है।
इससे पहले अमेरिकी कंपनी फेसबुक ने स्वीकार किया था कि सॉफ्वेयर बग ने करीब डेढ़ करोड़ यूजर्स की प्राइवेसी सेटिंग को प्रभावित किया है। इस बग की वजह यूजर्स की हर पोस्ट पब्लिक सेटिंग में ही पोस्ट हो रही भले ही उनकी प्राइवेसी सेटिंग में ऐसा करने पर रोक लगायी गई हो।
कई फेसबुक यूजर्स अपनी पोस्ट केवल फ्रेंडस या सेलेक्टेड फ्रेंडस के लिए पोस्ट करते हैं। फेसबुक ने कहा है कि ये समस्या सुलक्षा ली गयी है। पिछले कुछ समय से फेसबुक यूजर्स के डाटा चोरी और उनकी प्राइवेसी सेटिंग के दुरुपयोग को लेकर विवादों में रहा है।
फेसबुक बग की वजह से यूजर्स जब नई पोस्ट करते हैं तो उन्हें डिफाल्ट सजेशन मिलता है कि वो अपनी पोस्ट को पब्लिक कर दें। अगर यूजर्स इस सजेशन पर ध्यान नहीं देते तो उनकी पोस्ट पब्लिक हो जाती है, भले ही उन्होंने प्राइवेसी सेटिंग में "फ्रेंड्स वन्ली" का विकल्प चुना हो।
फेसबुक के चीफ प्राइवेसी अफसर एरिन एगन ने कहा कि इस बग की वजह से यूजर्स की पुरानी पोस्ट प्रभावित नहीं हुई हैं। एगन ने कहा कि फेसबुक उन सभी यूजर्स को सूचना भेज रहा है जिनको बग ने प्रभावित किया था। फेसबुक यूजर्स को बताएगा कि किस समय बग ने उन्हें प्रभावित किया था। फेसबुक ऐसे यूजर्स को सुझाव देगा कि बग से प्रभावित होने दौरान की पोस्ट की प्राइवेसी सेटिंग को वो दोबारा जांच लें।