इटली में लगा आपातकाल, भयंकर सूखे से निपटने के लिए की गई घोषणा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 5, 2022 02:10 PM2022-07-05T14:10:49+5:302022-07-05T14:15:06+5:30
इटली में सूखे और बढ़ते हुए तापमान की समीक्षा करते हुए सोमवार को सरकार ने घोषणा की कि आपातकाल की स्थिति कम से कम एक वर्ष तक लागू रहेगी। सरकार गर्म और शुष्क परिस्थितियों से लड़ने के लिए और कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त धन का प्रबंध करेगी।
रोम:इटली की सरकार ने बीते लंबे समय से चल रही लू और भयंकर सूखे की स्थिति से निपटने के लिए आपातकाल की घोषणा कर दी है। जानकारी के मुताबिक सूखे की स्थिति से पूरा इटली बेहाल है, विशेषकर उत्तर इटली की स्थिति और भी भयावह है।
सूखे की स्थिति की समीक्षा करते हुए सोमवार को सरकार ने घोषणा की है कि आपातकाल की स्थिति कम से कम एक वर्ष तक लागू रहेगी। सरकार गर्म और शुष्क परिस्थितियों से लड़ने के लिए और कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त धन का प्रबंध करेगी।
सरकार ने पानी की कमी से निपटने के लिए एमिलिया-रोमाग्ना, फ्रीली वेनेज़िया गिउलिया, लोम्बार्डी, पीडमोंट और वेनेटो के उत्तरी क्षेत्रों के लिए कुल 36.5 मिलियन यूरो (38.1 मिलियन अमेरिकी डॉलर) निर्धारित किए हैं।
इसके अलावा पो नदी के किनारे सूखे को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जो इटली का सबसे लंबा जलमार्ग है। पो नदी का जल सामान्य जल स्तर से 85 प्रतिशत नीचे चला गया है। इटली में अधिकांश क्षेत्रों में रिकॉर्ड-उच्च तापमान दर्ज किया गया है। पारा लगातार 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है।
इटली सरकार ने आपातकाल लगाने का फैसला उत्तरपूर्वी इटली के हिमनद आये भूस्खलन के एक दिन बाद लिया है, जिसमें कम से कम सात लोग मारे गए थे। मौसम वैज्ञानिक हिमनदों के ढहने के लिए उच्च तापमान को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर सरकार इस मामले में सही और त्वरित फैसला नहीं लेती है तो आने वाले समय परिणाम बहुत घातक हो सकते हैं।