Earthquake: आज सुबह अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, रिक्टर स्केल पर 4.2 रही तीव्रता
By आजाद खान | Published: March 19, 2022 09:02 AM2022-03-19T09:02:09+5:302022-03-19T16:36:03+5:30
इसकी जानकारी देते हुए एनसीएस ने ट्वीट कर बताया, ’19 तारीख की सुबह 7 बजकर 23 मिनट पर 4.2 की तीव्रता का भूकंप आया है।’
Earthquake in Afghanistan: आज सुबह 7:23 बजे यहां पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, इस भूकंप को रिक्टर स्केल पर 4.2 की तीव्रता मापी गई है। इस पर एनसीएस ने ट्वीट कर बताया, ’19 तारीख की सुबह 7 बजकर 23 मिनट पर 4.2 की तीव्रता का भूकंप आया है। इसकी गहराई 10 किलोमीटर तक थी। भूकंप अफगानिस्तान के काबुल के 344 किलोमीटर पश्चिम में आया था।’ हालांकि अभी तक कोई जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
An earthquake with a magnitude of 4.2 on the Richter Scale hit Afghanistan at 7:23 am today: National Center for Seismology (NCS) pic.twitter.com/d1Jnn3hSqz
— ANI (@ANI) March 19, 2022
इससे पहले भातर में राजस्थान के बीकानेर जिले में आया था भूकंप
आपको बता दें कि इससे पहले राजस्थान के बीकानेर जिले में गुरुवार देर रात भूकंप के दो झटके महसूस किए गए थे। मौसम केंद्र, जयपुर के अनुसार, गुरूवार देर रात बीकानेर जिले में भूकंप के झटके आए थे। भूकंप का पहला झटका रात 12:42 बजे आया था। एक अधिकारी ने बताया कि रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.4 आंकी गई और इसका केंद्र बीकानेर से करीब 38 किलोमीटर दूर जांगलू कस्बे के पास था। उन्होंने बताया कि वहीं भूकंप का दूसरा झटका भी इसी क्षेत्र में देर रात्रि 2:57 बजे आया था जिसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 3.2 आंकी गई थी। इसका केंद्र बीकानेर से 25 किलोमीटर दूर बरसिंहसर के पास था। अधिकारियों के अनुसार, भूकंप से जान-ओ- माल के किसी नुकसान की खबर नहीं था।
आपको बता दें कि इससे पहले उत्तरी जापान के तटों पर आए 7.4 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से चार लोगों की मौत हो गई थी जबकि 107 लोग घायल हो गए थे। रात में आए तेज भूकंप के बाद फुकुशिमा और मियागी के निवासी सुबह अपने घरों की सफाई करते दिखे दिए थे। भूकंप से घरों में रखे फर्नीचर और अन्य सामान टूट गए तो वहीं इलाके की बिजली भी गुल हो गई थी। यह क्षेत्र 11 साल पहले एक घातक 9.0 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आई सुनामी से तबाह हुए क्षेत्र का हिस्सा है। सुनामी के कारण परमाणु रिएक्टर को नुकसान पहुंचा था जिससे बड़े पैमाने पर विकिरण फैला जिससे कारण कुछ इलाके अब भी रहने लायक नहीं हैं।