दक्षिण कोरिया जाएंगे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता करेंगे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 16, 2019 12:56 PM2019-05-16T12:56:27+5:302019-05-16T12:56:27+5:30
व्हाइट हाउस ने बुधवार को एक बयान में बताया कि ट्रम्प और मून उत्तर कोरिया के पूरी तरह से पुष्ट एवं अंतिम परमाणु निरस्त्रीकरण को हासिल करने के प्रयासों पर निकट समन्वय जारी रखेंगे। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी करके कहा कि दोनों नेता ‘‘कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के जरिए स्थायी शांति स्थापित’’ करने को लेकर वार्ता करेंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन से मुलाकात करने के लिए जून में वहां की यात्रा करेंगे और उत्तर कोरिया पर परमाणु हथियार नष्ट करने के लिए दबाव बनाने के प्रयासों पर चर्चा करेंगे।
ट्रम्प और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच फरवरी में वियतनाम की राजधानी हनोई में हुई वार्ता परमाणु निरस्त्रीकरण सबंधी किसी समझौते पर पहुंचे बिना ही समय से पहले समाप्त हो गई थी। उसके बाद ट्रम्प और मून जेइ इन के बीच जून में यह दूसरी बैठक होगी।
व्हाइट हाउस ने बुधवार को एक बयान में बताया कि ट्रम्प और मून उत्तर कोरिया के पूरी तरह से पुष्ट एवं अंतिम परमाणु निरस्त्रीकरण को हासिल करने के प्रयासों पर निकट समन्वय जारी रखेंगे। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी करके कहा कि दोनों नेता ‘‘कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के जरिए स्थायी शांति स्थापित’’ करने को लेकर वार्ता करेंगे।
भीषण सूखे से जूझ रहा है देश : उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया ने देश में खाद्यान्न की कमी की खबरों के बीच कहा है कि वह करीब चार दशकों में सबसे भीषण सूखे से जूझ रहा है।
आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने बुधवार को बताया कि इस साल के पहले पांच महीनों में देशभर में औसतन 54.4 मिलीमीटर बारिश हुई।
देश में 1982 के बाद से यह बारिश का सबसे कम स्तर है। उत्तर कोरिया में 1982 में इसी अवधि में औसतन 51.2 मिलीमीटर बारिश हुई थी। यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब संयुक्त राष्ट्र खाद्य एजेंसियों ने इस माह की शुरुआत में एक संयुक्त आकलन में कहा था कि उत्तर कोरिया में करीब एक करोड़ लोग ‘‘खाने की भीषण कमी’’ से जूझ रहे है।
संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के राजदूत किम सोंग ने फरवरी में तत्काल खाद्य सुरक्षा की एक असाधारण अपील की थी। उत्तर कोरिया के अधिकारियों ने भोजन के इस अभाव के लिए खराब मौसम और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक प्रतिबंधों को दोषी ठहराया है।
उत्तर कोरिया के हालिया वर्षों में परमाणु एवं मिसाइल प्रक्षेपणों के बाद उस पर प्रतिबंध कड़े कर दिए गए है। केसीएनए ने बताया कि सूखा मई के अंत तक जारी रहने की आशंका है।