श्रीलंका: दो सप्ताह बाद आपातकाल हटाया गया, देश में कानून-व्यवस्था में सुधार को देखते हुए फैसला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 21, 2022 02:46 PM2022-05-21T14:46:51+5:302022-05-21T14:51:36+5:30
श्रीलंका में सरकार समर्थक और सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई झड़पों में नौ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। श्रीलंका साल 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद से अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।
कोलंबो:श्रीलंका सरकार ने देश में लागू आपातकाल शनिवार को हटा लिया। देश में अभूतपूर्व आर्थिक संकट और सरकार विरोधी प्रदर्शनों को देखते हुए दो सप्ताह पहले आपातकाल लागू किया गया था।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने एक महीने के अंदर दूसरी बार छह मई की मध्यरात्रि आपातकाल लागू किया था। 'हिरु न्यूज' की खबर के अनुसार राष्ट्रपति सचिवालय ने कहा है कि शुक्रवार मध्यरात्रि से आपातकाल हटा लिया गया है। देश में कानून-व्यवस्था में सुधार को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
श्रीलंका में सरकार समर्थक और सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई झड़पों में नौ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। श्रीलंका साल 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद से अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।
देश में मुद्रास्फीति की दर 40 प्रतिशत की ओर बढ़ रही है तो वहीं भोजन, ईंधन और दवाओं की कमी और बिजली कटौती के कारण देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मुद्रा में गिरावट आई है, सरकार को विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के साथ आयात के लिए भुगतान करने की आवश्यकता है।
न्यूयॉर्क स्थित रेटिंग एजेंसी फिच ने अंतरराष्ट्रीय सॉवरेन बॉन्ड भुगतान करने में चूक के बाद कर्ज में डूबी श्रीलंका की सॉवरेन रेटिंग को प्रतिबंधित डिफॉल्ट कर दिया है।
(भाषा से इनपुट के साथ)