पाकिस्तानी आतंकी संगठन ‘जैश ए मोहम्मद' प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा एक वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के लिए भारत ने पूरा जोर लगा दिया है। सुरक्षा परिषद के अधिकांश देश भारत के साथ हैं लेकिन आज चीन के रुख पर टिकी है। अगर चीन विरोध नहीं करता मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकी घोषित करने का रास्ता बुधवार को साफ हो सकता है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सदस्य देशों में चीन एकमात्र ऐसा देश है जो मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने की राह में रोड़ा अटकाता रहा है। मसूद अजहर पर भारत की कोशिशों के बाद अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव लेकर आए हैं। इस प्रस्ताव पर 13 मार्च तक चीन को स्पष्टीकरण देना है। अगर चीन आज विरोध नहीं करता तो मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया जाएगा और कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे।
चीन ने पहले भी किया वीटो का इस्तेमाल
भारत पिछले एक दशक से मसूद अजहर को बैन करने की कोशिशों में लगा हुआ है लेकिन इस रास्ते में चीन ने हर बार रोड़ा अटकाया है। इस मसले पर सबसे पहले 2009 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा समिति में प्रस्ताव रखा गया। लेकिन चीन के विरोध से अटक गया। इसके बाद 2016 और 2017 में भी चीन ने वीटो करके मसूद अजहर पर बैन का बचाव किया। लेकिन पुलवामा हमले के बाद चीन ने भी भारत के पक्ष में सकारात्मक रुख दिखाया है। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि इसबार मसूद अजहर पर बैन का रास्ता साफ हो जाएगा।
वैश्विक आतंकी घोषित होने के बाद लगेंगे कई प्रतिबंध
वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ के किसी भी सदस्य देश में मसूद अजहर की यात्रा पर रोक लग जाएगी। उसकी सारी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी। कोई भी देश मसूद अजहर को हथियार उपलब्ध नहीं करा सकेगा। पाकिस्तान पर भी दबाव होगा कि वो मसूद अजहर की किसी भी तरह से मदद ना करे।
पाकिस्तान पर वैश्विक दबाव
पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर कई देशों का दबाव है कि वो क्षेत्रीय शांति के मसूद अजहर जैसे आतंकियों का बचाव करना छोड़ दे। पाकिस्तानी आतंकी संगठन ‘जैश ए मोहम्मद प्रमुख’ मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा एक वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के लिए भारत के कोशिशें तेज करने के बीच विदेश सचिव गोखले ने अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो से भी मुलाकात की। अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंक पर लगाम लगाने का साफ संकेत दिया है।