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चीन से अमेरिकी पत्रकारों को निकाला गया, अमेरिका बोला- करो फैसले पर विचार, ट्रंप के कोरोना को 'चीनी वायरस' कहने पर छिड़ी थी जंग

By गुणातीत ओझा | Updated: March 19, 2020 09:07 IST

कोरोना को लेकर अमेरिकी पत्रकारों की पिछली कई खबरों पर चीन ने आपत्ति जाहिर की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना को 'चीनी वायरस' बताया था। ट्रंप के इस बयान के बाद दोनों देशों में जुबानी जंग शुरू हो गई थी।

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ठळक मुद्देअमेरिका की सख्ती के बाद चीन ने बड़ा कदम उठाते हुए यूएस के पत्रकारों को देश से निष्कासित किया हैअमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन द्वारा पत्रकारों पर की गई कार्रवाई की घोर निंदा की है

अमेरिका के साथ चीन की नाराजगी जारी है। इस क्रम में चीन ने अमेरिका के पत्रकारों को देश से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। चीन के इस फैसले पर अमेरिका ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि चीन को अपने फैसले पर एक बार फिर से विचार कर लेना चाहिए। बता दें कि कोरोना को लेकर अमेरिकी पत्रकारों की पिछली कई खबरों पर चीन ने आपत्ति जाहिर की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना को 'चीनी वायरस' बताया था। ट्रंप के इस बयान के बाद दोनों देशों में जुबानी जंग शुरू हो गई थी।

चीन के विदेश मंत्रालय ने न्यूयॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट और वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकारों को 10 दिनों के अंदर अपने मीडिया पास वापस करने के लिए कहा है। चीन ने कहा है कि उसने अमेरिका में चीन के मीडिया संस्थानों पर अनुचित प्रतिबंध के जवाब में यह कदम उठाया है। फैसले के मुताबिक, तीनों पत्रकारों को हांगकांग और मकाऊ सहित चीन के किसी भी हिस्से में काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

चीन ने वॉयस ऑफ अमेरिका, द न्यूयॉर्क टाइम्स, द वॉल स्ट्रीट जर्नल, द वाशिंगटन पोस्ट और टाइम मैगजीन से भी कहा है कि वह चीन में मौजूद अपने कर्मचारियों, संपत्तियों, कामकाज और रियल एस्टेट प्रॉपर्टी के बारे में लिखित में जानकारी दें। स्वतंत्र पत्रकारिता को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद फरवरी में उस समय शुरू हुआ था जब चीन ने वॉल स्ट्रीट जर्नल के तीन पत्रकारों को देश से निष्कासित कर दिया था।

इससे पहले अमेरिका ने मार्च की शुरुआत में चीनी सरकारी मीडिया के 160 में से सिर्फ 100 कर्मचारियों के वीजा की मंजूरी दी थी। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन द्वारा पत्रकारों पर की गई कार्रवाई की घोर निंदा की है।

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