Canada PM Justin Trudeau: अल्पमत में ट्रूडो सरकार!, जगमीत सिंह की एनडीपी ने समर्थन वापस लिया, सत्ता से बाहर हो सकते हैं कनाडा पीएम?, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 5, 2024 04:58 PM2024-09-05T16:58:48+5:302024-09-05T17:01:38+5:30
Canada PM Justin Trudeau: सर्वे में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) तीसरे पायदान पर है और जगमीत सिंह प्रधानमंत्री की सपना देख रहे हैं।
Canada PM Justin Trudeau: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की मुश्किल कम नहीं है। ट्रूडो को अप्रत्याशित झटका लगा, जब जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) ने समर्थन वापस ले लिया है। अल्पमत लिबरल सरकार को समर्थन दिया था। ट्रूडो को सरकार चलाने के लिए नई गठबंधन की तलाश करनी पड़ेगी। जगमीत सिंह ने 2022 में हुए समझौते के रद्द कर दिया। अगर ट्रूडो को बजट पारित करना है और विश्वास मत हासिल करना है तो उन्हें अब हाउस ऑफ कॉमन्स चैंबर में अन्य विपक्षी विधायकों का समर्थन प्राप्त करना होगा।
सिंह ने एक वीडियो में कहा कि जस्टिन ट्रूडो 2022 में हुए समझौते को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं और उन्होंने ट्रूडो पर विपक्षी रूढ़िवादियों का मुकाबला करने में सक्षम नहीं होने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कनाडाई जनता के लिए काम कर रहा हूं। गठजोड़ के बारे में बात में बात करूंगा। हालांकि सर्वेक्षण में लग रहा है कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की हार होनी वाली है।
सर्वे में कहा जा रहा है कि अभी आम चुनाव हो रहा है तो ट्रूडो की लिबरल पार्टी सत्ता से बाहर हो जाएगी। साल 2015 में ट्रूडो प्रधानमंत्री के पद पर हैं। कंज़र्वेटिव पार्टी लगातार महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेर रही है। सर्वे में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) तीसरे पायदान पर है और जगमीत सिंह प्रधानमंत्री की सपना देख रहे हैं।
भारतीय नेताओं और राजनयिकों को धमकी देने वाले खालिस्तान समर्थक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करने को लेकर भारत ने कनाडा की आलोचना की। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को कथित रूप से ऑनलाइन धमकी देने वाले दो लोगों के खिलाफ वहां के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई किये जाने के कुछ दिन बाद, भारत ने यह टिप्पणी की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘जब कोई लोकतंत्र कानून के शासन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लागू करने के लिए अलग-अलग मानदंड अपनाता है, तो यह केवल उसके अपने दोहरे मापदंड को ही उजागर करता है।’’ भारत लगातार कनाडा पर दबाव बना रहा है कि वह अपनी धरती से सक्रिय भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करे।
पिछले कुछ महीनों में खालिस्तान समर्थक तत्वों ने कनाडा में कई स्थानों पर हिंसक नारों के साथ भारतीय नेताओं और भारतीय राजनयिकों की तस्वीरें प्रदर्शित की हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा उन भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करेगा जिन्होंने बार-बार भारतीय नेताओं, संस्थाओं, एयरलाइन और राजनयिकों को धमकी दी है।’’
जायसवाल ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि हमारे खिलाफ दी जाने वाली धमकियों पर भी उसी तरह की कड़ी कार्रवाई हो।’’ कनाडा के एडमोंटन में एक मंदिर में तोड़फोड़ की खबरों पर जायसवाल ने कहा कि भारत ने इस मामले को ओटावा के समक्ष जोरदार तरीके से उठाया है। हमने दिल्ली और ओटावा दोनों जगहों पर कनाडाई अधिकारियों के समक्ष इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया है।