ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने कोरोना संक्रमण के नए स्ट्रेन के बढ़ते संकट के बीच फिर से देश में लॉकडाउन का ऐलान किया है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस महामारी के चलते फरवरी माह के मध्य तक एक नया लॉकडाउन लगा दिया है और लोगों से आने-अपने घरों में रहने की अपील की है।
कोरोना ने लिया खतरनाक रूप
दरअसल कोरोना वायरस के नए रूप के चलते यह महामारी और भी खतरनाक रूप लेकर और अधिक संक्रामक बन गई है। यहां अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़कर करीब 27,000 हो गई है जो अप्रैल 2020 के मुकाबले कहीं अधिक है।
ब्रिटेन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक मोड़ पर
देश को संबोधित करते हुए पीएम जॉनसन ने कहा कि तेजी से फैल रहे संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में ब्रिटेन एक निर्णायक मोड़ पर है। उन्होंने मार्च 2020 में लगाए लॉकडाउन की तरह ही संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की जिसमें स्कूल और कारोबार बंद रहेंगे।
जॉनसन ने कहा, ‘‘आज हमारे अस्पताल कोविड-19 के कारण पहले के मुकाबले कहीं अधिक दबाव में हैं। यह साफ है कि वायरस के इस नए रूप को काबू में करने के लिए हमें मिलकर बहुत कुछ करने की जरूरत है। इंग्लैंड में हमें राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाना होगा जो इस वायरस से मुकाबला करने के लिहाज से बहुत सख्त हो। इसका मतलब यह है कि सरकार एक बार फिर आपको घर पर रहने का निर्देश दे रही है।’’
जॉनसन ने कहा, ‘‘हम हमारे इतिहास का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चला रहे हैं। ब्रिटेन में पूरे यूरोप के मुकाबले कहीं अधिक संख्या में लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।’’
उन्होंने कहा कि यदि सबकुछ उम्मीद के मुताबिक रहा तो फरवरी तक चार शीर्ष प्राथमिकता वाले समूह के सभी लोगों को हम टीके की पहली खुराक दे सकेंगे जिसके बाद कई पाबंदियों को हटाना संभव हो पाएगा।
ब्रिटेन का ‘‘संघर्ष के अंतिम चरण’’ में प्रवेश
जॉनसन ने संबोधन में लोगों से कहा कि बहुत जरूरी खरीदारी करने, नियमित व्यायाम करने या चिकित्सा कारणों से ही वे बाहर निकलें। जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन ‘‘संघर्ष के अंतिम चरण’’ में प्रवेश कर रहा है।
(भाषा इनपुट के साथ)